भगवान परशुराम ने शस्त्र और शास्त्र की शिक्षा का समाज में किया संचार -ज्ञानचंद गुप्ता

राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने ब्राह्मण सभा को लाइब्रेरी के लिए अपने निजी कोष से 10 लाख रुपए देने की घोषणा की

नवराज टाइम्स नेटवर्क

पंचकूला, 22 अप्रैल- सेक्टर 12ए स्थित परशुराम भवन में जागृत ब्राह्मण सभा द्वारा आज भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर भगवान परशुराम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की । इस अवसर पर उन्होंने अपने स्वैच्छिक कोष से जागृत ब्राह्मण सभा को 11 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की।

इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने परशुराम जयंती व अक्षय तृतीया के पावन अवसर की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम ने शस्त्र और शास्त्र की शिक्षा का पूरे समाज में संचार किया। उन्होंने कहा कि शास्त्र में लिखे प्रवचनों को धारण करके समाज का कल्याण किया जा सकता है वहीं दूसरी और समाज में फैली कुरीतियों को शस्त्र द्वारा खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जागृत ब्राह्मण सभा गरीब व बेसहारा बच्चों को शिक्षा देकर और रक्तदान करवाकर पुण्य का कार्य करती है।  

 जागृत ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष एमपी शर्मा व महासचिव विकास कौशिक ने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष को मोमेंटो और पटका पहना कर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने भगवान परशुराम पर अपने विचार प्रस्तुत करने पर हिमांगी शर्मा और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बच्चों को सम्मानित भी किया।  

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने भगवान परशुराम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर आर्शीवाद लिया। उन्होंने जागृत ब्राह्मण सभा को लाइब्रेरी के लिए अपने निजी कोष से 10 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आज ब्राह्मण समाज को एक होकर कार्य करने और सकारात्मक सोच के साथ 36 बिरादरी को साथ लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है।  

इस अवसर पर डॉ. रमणीक कृष्ण महाराज ने राम व कृष्ण कथा व भगवान परशुराम के दिए गए उपदेशों को आए हुए श्रद्धालुओं को विस्तार से सुनाया । इस अवसर पर हरियाणा शिवालिक विकास विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश देवी नगर व पूर्व उपायुक्त एवं वित्त विभाग के सचिव महावीर कौशिक भी उपस्थित थे।