पोर्टल का उपयोग करके,40 लाख से अधिक धोखाधड़ी वाले कनेक्शनों की पहचान की गई है
नंद सिंगला
पंचकूला,18 मई- करोड़ों मोबाइल यूजर्स के लिए यह एक अच्छी खबर है कि मोबाइल गुम होने के बाद यूजर्स ने केवल अपने मोबाइल की निगरानी कर सकेंगे, बल्कि मोबाइल के द्वारा होने वाली बैंकिंग धोखाधड़ी से भी बच सकेंगे। जी हां यूजर्स की सुविधाओं एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक पोर्टल लॉन्च किया गया है।
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जानकारी के अनुसार उपयोगताओं की सुरक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण का एक अभिन्न अंग है। इस दृष्टि को पूरा करने की दिशा में, संचार, रेलवे, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संचार साथी पोर्टल लॉन्च किया। इस कार्यक्रम में डीओटी, हरियाणा के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपर दूरसंचार महानिदेशक, पंचकूला के कार्यालय में ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया।
फर्जी यूजर्स की पहचान
इस बारे में उप महानिदेशक, एलएसए दूरसंचार विभाग, पंचकूला रूपेन्द्र कुमार ने बताया की प्रधानमंत्री के विजन को आगे बढ़ाने की दिशा में तीन सुधार लागू किए जा रहे हैं – सीईआईआर (सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर) – चोरी,खोए हुए मोबाइल को ब्लॉक करने के लिए, अपने मोबाइल कनेक्शन जानें – अपने नाम पर पंजीकृत मोबाइल कनेक्शन जानने के लिए, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड फेशियल रिकॉग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन फॉर टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर वेरिफिकेशन- फर्जी ग्राहकों की पहचान करने के लिए।
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धोखाधड़ी पर लगेगी रोक
उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन के दुरुपयोग से पहचान की चोरी, जाली केवाईसी, बैंकिंग धोखाधड़ी जैसी विभिन्न धोखाधड़ी हो सकती है। इस तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए इस पोर्टल को विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि टेलीकॉम बिल के मसौदे में यूजर्स की सुरक्षा भी अहम हिस्सा है।
इस लिंक से उठा सकते हैं लाभ
संचार साथी पोर्टल का उपयोग करके 40 लाख से अधिक धोखाधड़ी वाले कनेक्शनों की पहचान की गई है और अब तक 36 लाख से अधिक कनेक्शन काट दिए गए हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे पोर्टल के लिंकhttps://sancharsaathi.gov.in पर जाकर इन सेवाओं का लाभ उठायें।