गंगा दशहरा के अवसर पर ज्ञान गंगा प्रवाह के लिए पुस्तकालय का उद्घाटन
नवराज टाइम्स
अम्बाला,30 मई । उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा सरदार पटेल पुस्तकालयों की स्थापना की श्रृंखला में जटवार, अंबाला में 13 वें पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर जटवार सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों ने स्वागत गीत, समूह नृत्य, हिमाचली नृत्य,पंजाबी नृत्य,कान्हा नृत्य एवं देशभक्ति तराना प्रस्तुत करके श्रोताओं का मन मोह लिया।
यह भी पढ़ें
जिन्दगी का रास्ता किताबों से होकर गुजरता है
इस अवसर पर मुख्य अतिथि हरियाणा पॉवर यूटिलिटीज अध्यक्ष पी.के. दास ने कहा कि सामाजिक दायित्व निर्वहन योजना के तहत यहां सरदार पटेल पुस्तकालय का स्थापित होना ग्रामीण समाज के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। पुस्तकालय की स्थापना सकारात्मक पहल है, जहां केवल किताबें ही नहीं , बल्कि कंप्यूटर द्वारा ऑनलाईन माध्यम से ई-बुक्स भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होने कहा कि किसी भी समाज को तभी सभ्य कहा जाता है जब वहां के समाज की भाषा बेहतर होती है। कहावत है बेहतर जिन्दगी का रास्ता बेहतर किताबों से होकर गुजरता है,इसलिए जब समाज का प्रत्येक वर्ग पढ़ेगा तो निश्चित ही समाज और देश आगे बढ़ेगा।
यह भी पढ़ें
भाषाएं मानव सभ्यताओं को जोडती है
इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुए नारायणगढ़ एस डी एम जया श्रद्धा आई ए एस ने कहा कि पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मित्र होती है। उन्होने ने कहा कि आज हम जिस ऐतिहासिक धरा पर बैठे हैं यह धरा प्रकृति की गोद जैसा है। आज़ादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर एक भारत श्रेष्ठ भारत की अवधारणा को यह पुस्तकालय साकार करेगा। उन्होने कहा कि भाषाएं मानव सभ्यताओं को आपस में जोडती है।
यह भी पढ़ें
हमें प्रकृति की रक्षा के लिए जीना होगा
निदेशक ऑपरेशन ॥क्चङ्कहृ इंजीनियर ए के रहेजा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में पुस्तकालय की स्थापना ग्रामीण युवाओं के लिए सुखद अवसर है। उन्होंने कहा कि आज हमारा जीवन आधुनिक समय में ऊर्जा के इस्तेमाल पर निर्भर हो गया है ,जिससे प्रकृति भी कई बार नाराज नजर आती है। भूकंप, भूस्खलन, बाढ़ जैसी आपदाएं इस बात का प्रमाण हैं। अब समय आ गया है कि हमें प्रकृति की रक्षा के लिए जीना होगा। जटवार के सरपंच विरेन्द्र सोनी ने धन्यवाद करते हुए कहा कि गांव के युवाओं के लिए बिजली विभाग का यह तोहफा इतिहास में इबारत लिखने जैसा है। उन्होने सभी अधिकारियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आज का यह आयोजन विराट सांस्कृतिक उत्सव बन गया है।