13 वर्ष पहले भी टॉय ट्रेनों का संचालन 20 दिनों से ज्यादा समय तक रहा था बंद
नवराज टाइम्स नेटवर्क
शिमला/कालका,11 जुलाई। एक लंबे अंतराल के बाद दोबारा वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल कालका शिमला रेल मार्ग पर मौसम की जबरदस्त मार पडी है। विभाग पिछले दो दिनों से शिमला के लिए चलने वाली टॉय ट्रेन को कैंसिल करता आ रहा था। लेकिन आज विभाग ने 16 जुलाई तक सभी टॉय ट्रेन को बंद करने का ऐलान किया है।
मलबा गिरने का सिलसिला जारी
जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण पहाड़ों में भूस्खलन का सिलसिला शुक्रवार देर रात को शुरू हुआ था। इसके बाद ट्रैक पर पहाड़ का मलबा और पेड़ गिरने का सिलसिला लगातार जारी है। भारी बारिश के बीच रेल मार्ग को साफ करने में भी मुश्किलें आ रही थी। क्योंकि विभाग के कर्मचारी ट्रैक से मलबा हटाते रहे और बार बार ट्रैक पर मलबा गिरता रहा। कई जगहों पर ट्रैक पूरी तरह से पानी में डूब गया और मलबा से अट गया। ऐसे में तीन दिन पहले दो टॉय ट्रेनों को भी बीच रास्ते जंगल में रोकना पडा था।
ट्रैक के हालात हुए ज्यादा खराब
लगातार भारी बारिश के कारण अब कालका शिमला ट्रैक के हालात ज्यादा खराब हो गए हैं। ऐसे में अब विभाग ट्रेनों का संचालन करने की स्थिति में नहीं है। विभाग द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के हिसाब से कालका से शिमला तक 14 जगहों पर मलबा व पेड़ गिरने से ट्रैक बाधित है। हालात को देखते हुए विभाग ने 16 जुलाई तक टॉय ट्रेन का संचालन बंद करने का निर्णय लिया है। ऐसे में अब टूरिस्ट को भी टॉय ट्रेन के सुहाने सफर का आनंद लेने के लिए इंतजार करना होगा।
20 दिनों तक रहा था रेल मार्ग बंद
आपको बताते चले कि गौरतलब है कि कालका शिमला रेल मार्ग के एक सदी के इतिहास में यह दुसरा मौका है जब लगातार आठ दिनों तक टॉय ट्रेन का संचालन बंद रहा हो। रेलमार्ग पर करीब 13 साल पहले 20 दिनों से ज्यादा समय तक टॉय ट्रेन का संचालन ठप रहा था। उस वक्त भी रेलमार्ग पर मौसम की तगड़ी मार पड़ी थी। उस समय भारी बारिश के कारण अनेक जगहों पर ट्रैक पर भारी मलबा आ गया था। इसके अलावा कोटी स्टेशन के पास एक पुल पानी में बह गया था। रेल लाइन के नीचे का हिस्सा पूरी तरह से बह जाने के कारण पटरी भी हवा में लटक गई थी।
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