मैं बोझ नहीं हूं मां … नाटक का मंचन,छात्राओं की दस दिवसीय मंडल स्तर रंगमंच कार्यशाला संपन्न

उत्कृष्ट छात्राओं को स्मृति चिन्ह तथा सभी छात्राओं को सहभागिता प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया

नवराज टाइम्स नेटवर्क
पंचकूला, 14 जुलाई।  पंचकूला में 5 जुलाई से आयोजित मंडल स्तर की 10 दिवसीय रंगमंच कार्यशाला संपन्न हुई। डाइट प्रिंसिपल महा सिंह संधू इस समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि जब यह बच्चियां इस कार्यशाला के लिए आई थीं पहले दिन डरी, सहमी और मासूम थीं। लेकिन प्रशिक्षण उपरांत आज इनकी प्रस्तुतियां देखकर इनमें परिपक्व रंगकर्मी नजर आ रहे है।  उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय के इंडियन थिएटर विभाग के प्रशिक्षकों कि सराहना की।

मैं बोझ नहीं हूं मां …

उपनिदेशक कुलदीप मेहता ने कन्याओं के महत्व पर विचार रखे।कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए सभी  को शुभकामनाएं दी। प्राध्यापक जयबीर सिंह ने बताया जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक व उप जिला शिक्षा अधिकारी कमलेश चौहान ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।बच्चों के द्वारा तैयार किए गए परफॉर्मेंस इंक्रेडिबल इंडिया को माइम अभिनय के द्वारा दिखाया गया। मैं बोझ नहीं हूं मां कविता के माध्यम से नाटक की प्रस्तुति दी गई।

राष्ट्रीय एकता पर नाटक का मंचन

बच्चों को नुक्कड़ प्रशिक्षण के दौरान नुक्कड़ करने की प्रक्रिया से अवगत कराते हुए उनसे एक नुक्कड़ परफॉर्मेंस भी तैयार करवाया गया। नारी का अस्तित्व और पुकार एवं भारत दर्शन नामक स्किट परफॉर्मेंस किए गए । अंत में छात्राओं के द्वारा वर्कशॉप के 10 दिन को पूरे 5 मिनट में म्यूजिकल परफॉर्मेंस से एक्टिंग एक्टिविटीज को दिखाने का सफल प्रयास किया गया। छात्राओं ने राष्ट्रीय एकता पर सभी धर्मों के प्रतीकों का नाटक के मंचन में इस्तेमाल कर आकर्षक प्रस्तुति दी। अंत में उन बच्चों ने इस वर्कशॉप को थैंक्यू वर्कशॉप का नाम दिया। अंबाला कुरुक्षेत्र यमुनानगर वह पंचकूला जिलों के 4-4 उत्कृष्ट छात्राओं को स्मृति चिन्ह तथा सभी छात्राओं को सहभागिता प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया। उनका चयन राज्य स्तरीय कार्यशाला के लिए किया गया।