घटना के लिए कांग्रेस ने भाजपा की केंद्र सरकार और मणिपुर की प्रदेश सरकार को ठहराया जिम्मेदार
उत्तराखंड से अनिल सती की विशेष रिपोर्ट
नवरा टाइम्स नेटवर्क
नई टिहरी/पौड़ी/पिथौरागढ़/ हरिद्वार,21 जुलाई। मणिपुर की घटना को लेकर आज उत्तराखंड में बवाल मचा रहा। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर आज उत्तराखंड में जगह जगह पर कांग्रेस में विरोध प्रदर्शन किए। इस दौरान कांग्रेस ने घटना के लिए केंद्र सरकार तथा मणिपुर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
देश के प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग
नई टिहरी में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई घटना के विरोध में जिला मुख्यालय के सांई चौक में कांग्रेसियों ने केंद्र की मोदी सरकार का पुतला दहन किया। साथ ही मणिपुर के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की। जिला मुख्यालय के साईं चौक पर महिला कांग्रेस ,युवा कांग्रेस, एनएसयूआई ने मणिपुर में हुई महिलाओं के साथ हुई शर्मसार करने वाली घटना के लिए भाजपा की केंद्र व मणिपुर की प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए जमकर नारेबाजी की। केंद्र व मणिपुर की राज्य सरकार के पर घटना को दबाने का आरोप लगाया है। कहा कि महिलाओं को लेकर भाजपा का चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हुआ है।
मणिपुर की घटना दुनिया के सामने
कांग्रेस ने कहा कि मणिपुर की घटना ने देश के माथे पर एक बहुत बड़ा कलंक लगा दिया है। जिसको कि अब मोदी सरकार मिटा नहीं सकती है। महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष आशा रावत और शहर अध्यक्ष अनीता रावत ने कहा कि मणिपुर की घटना दुनिया के सामने भाजपा का महिला विरोधी चेहरा उजागर करती है। प्रदर्शन में राकेश राणा, आशा रावत, विजय गुनसोला, कुलदीप पंवार, देवेंद्र नौडियाल, एनएसयूआई के हरिओम भट्ट, नरेंद्र रावत, रोशन नौटियाल, गीता सजवान, रोशन नौटियाल, वीरेंद्र दत्त, विजेंद्र कुमार, दिनेश कुमार, नवीन नेगी, तनिषा रावत, ममता उनियाल, निहाल सिंह नेगी, मुन्नी कलूड़ा, ममता साह आदि मौजूद रहे।
मणिपुर की घटना पर आक्रोशित युकां का प्रदर्शन
पौड़ी में युवा कांग्रेस ने मणिपुर की घटना पर गृहमंत्री अमित शाह और नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। डीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष नेगी व जिला अध्यक्ष मोहित सिंह ने कहा कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बाते करते हैं वहीं दूसरी ओर मणिपुर में बीते कई महीनों से चल रही हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया जाना बेहद, शर्मनाक और बीभत्स घटना है।
कांग्रेस ने जलाया सरकार का पुतला
पिथौरागढ़ में कांग्रेसियों ने कहा कि उक्त घटना ने देश और मानवता को शर्मशार किया है। उन्होंने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग उठाई है। गांधी चौक में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष भूपेंद्र थापा के नेतृत्व में कार्यकर्ता एकत्र हुए। उन्होंने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार का पुतला जलाया। कहा कि मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र सड़क पर घुमाना और उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म करना हेवानियत है। बावजूद इसके मोदी सरकार मणिपुर की हिंसक घटनाओं पर आंखें बंद कर बैठी है। वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना आवश्यक हो गया है। कार्यकर्ताओं ने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
तीन महीने से मणिपुर जल रहा है
हरिद्वार में कांग्रेसियों ने देवपुरा चौक पर मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला दहन किया। साथ ही मणिपुर के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। महानगर अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी और कार्यकारी अध्यक्ष अमन गर्ग ने संयुक्त रूप से कहा कि पिछले तीन महीने से मणिपुर जल रहा है। यह बहुत ही खेद जनक और दुख का विषय है। प्रदेश कांग्रेस सदस्य मुरली मनोहर और ओपी चौहान ने कहा कि महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार से साबित होता है कि सरकार महिला विरोधी है। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष तुषार कपिल और ब्लॉक अध्यक्ष अमित नौटियाल ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वालों की सरकार में महिला सुरक्षित नहीं है। पार्षद राजीव भार्गव और महावीर वशिष्ठ ने कहा कि मणिपुर की सरकार को तत्काल रुप से बर्खास्त कर देना चाहिए।
दरिंदों को मिले फांसी की सजा
विश्व हिंदू परिषद की फायर ब्रांड नेत्री साध्वी प्राची ने मणिपुर की घटना को शर्मनाक बताया है। शुक्रवार को हरिद्वार पहुंची साध्वी प्राची ने कहा कि उत्तराखंड में एक समुदाय विशेष की आबादी बहुत तेजी से बढ़ रही है। राज्य निर्माण के समय एक समुदाय की संख्या काफी कम थी। लेकिन राज्य निर्माण के बाद आबादी बड़ी तेजी से बढ़ गई है। मांग करते हुए कहा की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में समुदाय विशेष का सत्यापन और जांच कराएं। जो विशेष समुदाय के लोग उत्तराखंड में अवैध तरीके से रह रहे है उन पर कार्रवाई की जाए।
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