पौड़ी में बादल फटने से चार गौशालाएं ध्वस्त,8 मकानों को खतरा
By. अनिल सती
रुद्रप्रयाग/पौड़ी, 9 अगस्त। गौरीकुंड में मंगलवार रात्रि गौरी गांव के नीचे हुई घटना में दो बच्चों की दर्दनाक मौत हुई है।
खेत की दीवार का पुश्ता टूटा
केदारघाटी में कई दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। ऐसे में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही है। मंदाकिनी नदी के उफान पर होने से कई बार रेस्क्यू में जवानों को मुश्किलें हो रही है। बीती रात गौरी गांव में जोरदार बारिश के चलते खेत की दीवार का पुश्ता टूटा और मलबे पत्थर झोपड़ी पर गिरे, जिससे झोपड़ी में सो रहे दो बच्चों की दर्दनाक मौके पर ही मौत हो गई।
20 लोग अब भी लापता
आपको बताते चले कि गौरीकुंड में एक सप्ताह के भीतर हुई दूसरी घटना ने सबको झकझोर दिया है। 3 अगस्त की रात्रि गौरीकुंड में भूस्खलन से तीन दुकानें ध्वस्त हो गई थी। हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 20 लोग अब भी लापता है।
बादल फटने से चार गौशालाएं ध्वस्त
पौड़ी में मंगलवार की रात यमकेश्वर तहसील के कांडी गांव में बदल फटने से चार गोशालाएं ध्वस्त हो गई। जबकि 8 रिहायशी भवनों भी खतरे की जद में आ गए। यहां बिजली लाइन भी टूट कर जमीन पर गिर गई है। पौड़ी के डीएम ने बुधवार को प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है।
लाइनों को तत्काल ठीक करने के निर्देश
डीएम पौड़ी डॉ आशीष चौहान ने कहा कि खतरे की जद में आए भवनो की सुरक्षा को लेकर एक दीवार बनाई जाएगी। दमराड़ा के पास जमीन पर गिरी बिजली की लाइनों को तत्काल ठीक करने के निर्देश दिए है। यमकेश्वर के एसडीएम आशीष जोशी ने बताया कि कांडी गांव में मूसलाधार बारिश से 4 गोशालाओं में बंधी 6 गाय और 2 बकरी मलबे में दब गई ।
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