हिमाचल में पेड़ों और पहाड़ियों से डरने लगे लोग,  लोग अपने घर छोड़ने को हुए मजबूर

हिमाचल के कई इलाके उत्तराखंड के जोशीमठ जैसी त्रासदी की ओर बढ़ते जा रहे हैं  

नवराज टाइम्स नेटवर्क  
शिमला, 18 अगस्त। कुदरत की मार कब कहां और किस वक्त , किस पर पड़ जाए इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। महीने भर पहले तक देश और दुनिया भर के टूरिस्ट के लिए हिमाचल आकर्षण का केंद्र था। हिमाचल की दिलकश वादियों की सैर का आनंद उठाने के लिए टूरिस्ट बेताब थे। लेकिन अब कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया की टूरिस्ट के आने की बात तो दूर रही यहां के निवासी ही घर छोड़ने को मजबूर हो गए।  
पहाड़ों की रानी बहा रही आंसू
एक अलौकिक सौंदर्य से भरपूर हिमाचल प्रदेश इन दिनों जो तस्वीर सामने आ रही है वह बेहद गंभीर है।  क्योंकि भूस्खलन के बाद अब हिमाचल पर एक और खतरा मंडरा रहा है। सौंदर्य से भरपूर शिमला के समरहिल सहित हिमाचल के कई इलाके उत्तराखंड के जोशीमठ जैसी त्रासदी की ओर बढ़ते जा रहे हैं।  
पहाड़ों की रानी शिमला इस त्रासदी को लेकर अब आंसू बहाती हुई दिखाई दे रही है।

जोशीमठ जैसे हालात बन जाएंगे

समर हिल इलाके में अनेक लोगों के घरों में दरारें आ चुकी है और जमीन धंस रही है। मुसीबत बनकर सामने आई इन दरारों को देखकर लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है। लोगों में डर का माहौल बना हुआ है।  क्योंकि अगर इस समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया तो शिमला में जोशीमठ जैसे हालात बन जाएंगे।  

शिमला में क्यों बन रहे हैं जोशीमठ जैसे हालात, जांच में हुआ खुलासा , देखें  खास रिपोर्ट
हिमाचल के कई इलाके उत्तराखंड के जोशीमठ जैसी त्रासदी की ओर बढ़ते जा रहे हैं। तबाही के मंजर के बीच सरकार ने राज्य आपदा घोषित कर दिया है। इस बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने हिमाचल की मदद के लिए अपने हाथ आगे बढ़ाएं … देखें पूरी खबर …

शिमला नेशनल हाईवे पर चक्कीमोड़ के पास हाईवे फिर हुआ बंद, दोसड़का के पास धंसने लगी सड़क

कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर चक्कीमोड़ के बाद अब धर्मपुर-कुमारहट्टी के बीच दोसड़का के पास सड़क धंसना शुरू हो गई है। इससे धर्मपुर के सिहारड़ी गांव पर खतरा मंडराने लगा है। चक्की मोड़ के पास फिर मलबा आने से हाईवे फिर बंद… देखें पूरी खबर …

यह भी देखें