धान-बाजरा की नहीं मिल रही एमएसपी, मंडियों में किसान, मजदूर, आढ़ती सब परेशान- हुड्डा

आशा वर्कर और मनरेगा मेट से मिले हुड्डा, जायज मांगों को पूरा करने का दिया भरोसा

नवराज टाइम्स नेटवर्क       

पंचकूला,13 अक्टूबर। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा पंचकूला में धरनारत मनरेगा मेट और आशा वर्कर्स से मिलने पहुंचे। उन्होंने हर मंच पर इनकी मांगें उठाने का भरोसा दिलाया। साथ ही कहा कि अगर मौजूदा सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो कांग्रेस सरकार बनने पर सभी जायज मांगों को पूरा किया जाएगा।

सरकार ने 15 दिन देरी से खरीद शुरू की

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बाजरा और धान के किसानों के साथ मंडियों में जमकर ठगी हो रही है। क्योंकि उन्हें एमएसपी से कम रेट पर फसल बेचनी पड़ रही है। किसान को धान पर 300-400 रुपये और बाजरा पर 500-600 रुपये प्रति क्विंटल का घाटा उठाना पड़ रहा है। मंडियां फसल से अटी पड़ी हैं और वहां लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। कांग्रेस ने बार-बार सरकार से जल्द खरीद शुरू करने की मांग की थी। बावजूद इसके सरकार ने 15 दिन देरी से खरीद शुरू की। हमेशा की तरह खरीद शुरू होते ही पोर्टल ने काम करने बंद कर दिया, जिससे किसानों की परेशान और बढ़ गई।

शिक्षण संस्थानों में 60 प्रतिशत पद खाली

उन्होंने बताया कि मंडी में मौजूद किसान, मजदूर और आढ़तियों ने बताया कि बीजेपी-जेजेपी सरकार द्वारा चलाए गए च्मेरी फसल, मेरा ब्यौराज् जैसे पोर्टल से सभी लोग परेशान हैं। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान फसल मंडी में आते ही बिक जाती थी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार द्वारा जल्दी खरीद शुरू करने का लाभ किसानों को मिलता था। इसके चलते प्राइवेट एजेंसियों को भी एमएसपी से ऊंचे रेट पर खरीद करनी पड़ती थी और बाजार में फसल का रेट बढ़ता था। उन्होंने कहा कि बीजेपी-जेजेपी की नीतियों के चलते प्रदेश का हर वर्ग आंदोलनरत है। सरकार ने खुद कोर्ट में हलफनामा देकर बताया कि शिक्षण संस्थानों में 60 प्रतिशत पद खाली पड़े हुए हैं। अब तक गठबंधन सरकार 5000 स्कूलों को बंद कर चुकी है।