पंजाब सरकार के कैनेनिट मानिस्टर अमन अरोड़ा ने पारिवारिक मेंबरों को सरकारी सहायता का दिया भरोसा
By. नरेंद्र सेठी
अमृतसर/धुरी,29 अक्टूबर। धुरी के गांव भसोड के रहने वाले शहीद जवान हरसिमरन सिंह का पार्थिव शरीर आज उनके गांव में पहुंच गया है। लेकिन अफसोस की बात तो यह रही की राजौरी में अपने देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले शाहिद हरसिमरन के पार्थिव शरीर को सरकारी सम्मान के साथ लाने की बजाय एक प्राइवेट एंबुलेंस में लाया गया, जिसको लेकर लोगों में भी सरकार के प्रति रोष देखने को मिला।
लोगों में भी रोष देखने को मिला
जानकारी के अनुसार हरसिमरन सिंह फौज में सिपाही के तौर पर कार्यरत थे और २६ अक्टूबर को वह शहीद हो गए थे। इसके बाद आज उनका पार्थिव शरीर एक प्राइवेट एंबुलेंस के द्वारा उनके गांव में भेजा गया। लेकिन पार्थिव शरीर पर न तो तिरंगा झंडा और न ही सरकारी एंबुलेंस होने के कारण लोगों में भी रोष देखने को मिला। हालांकि संगरूर पुलिस ने सलामी देकर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
एक व्यक्ति को नौकरी दी जाएगी
मौके पर पहुंचे पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि जवान हरसिमरनजीत का जाना हमारे लिए ऐसी क्षति है जो कभी पूरी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार शहीद के परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि शहीद के परिजनों को एक करोड़ रूपया मुआवजा और परिवार में एक व्यक्ति को नौकरी दी जाएगी।