हमें आयुर्वेद में शोध के लिए पूरा जीवन देकर इसे जिंदा रखना है- सर कार्यवाह होसबाले  

By. राजकुमार सिंह

चंडीगढ़, 8 दिसंबर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि हमें आयुर्वेद में शोध के लिए पूरा जीवन देकर इसे जिंदा रखना है, जिसके जरिये हम विश्व के रोगियों के कष्ट दूर सकते हैं। हमको किसी अन्य पद्धति का विरोध नहीं करना है।

लाखों युवाओं को सही रास्ता दिखाया

दत्तात्रेय होसबाले सेक्टर-46 स्थित श्री धन्वंतरि आयुर्वेदिक कालेज एवं अस्पताल में स्वर्गीय मदन दास देवी की याद में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने कालेज परिसर में आयुर्वेदिक के जनक धन्वंतरि की प्रतिमा का अनावरण और स्वर्गीय मदन दास देवी को समर्पित कालेज एवं अस्पताल के द्वितीय तल का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय मदन दास देवी स्वदेश जागरण मंच के पक्षधर थे। वे ज्ञान, परपंरा, सांस्कृतिक और सभ्यता को अपनाने पर जोर देते थे। उन्होंने अपने जीवनकाल में लाखों युवाओं को सही रास्ता दिखाया, जिस पर चलकर वे सफल हुए हैं।

स्वर्गीय मदन दास देवी के नाम से छात्रवृत्ति

वाइस चांसलर आयुष विश्वविद्यालय करतार धीमान ने कहा कि  श्री धन्वंतरि आयुर्वेदिक कालेज एवं अस्पताल उत्तर भारत के श्रेष्ठ कालेजों में से एक है। लेकिन हम सभी को उत्तर भारत ही नहीं बल्कि इसे पूरे भारत वर्ष में सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक कालेज बनाना है। श्री धन्वंतरि आयुर्वेदिक कालेज एवं अस्पताल में संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए स्वर्गीय मदन दास देवी के नाम से छात्रवृत्ति की घोषणा की है। संस्कृत परीक्षा में पहले तीन स्थानों पर रहने वाले छात्रों को 2 लाख 51 हजार, 1 लाख 51 हजार और 51 हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी।   

अस्पताल की शुरुआत वर्ष 1975 में

इस दौरान पर कालेज में स्वर्गीय श्री मदन दास देवी चेयर की स्थापना की गई जिसमें 51 लाख रुपये की राशि निर्धारित की गई है। श्री धन्वंतरि आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं अस्पताल की शुरुआत वर्ष 1975 में अखिल भारतीय विद्यापीठ, नई दिल्ली द्वारा संचालित आयुर्वेद आचार्य पाठ्यक्रम के साथ हुई थी। पंजाब राज्य आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा प्रणाली संकाय से संबद्धता के साथ 1979 में एक बीएएमएस पाठ्यक्रम शुरू किया गया था। यहाँ यूजी (बीएएमएस) के लिए 100 तथा पीजी (एमडी/एमएस) के लिए चार विषयों संहिता सिद्धांत, द्रव्यगुण, रोग निदान तथा प्रसूति-तंत्र और स्त्री रोग में 23 सीटें उपलब्द्ध है।