जब जब भी हरियाणा आता हूं, नया अनुभव होता है- उपराष्ट्रपति

By. अंकित शर्मा 

कुरुक्षेत्र, 17 दिसंबर। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हरियाणा के मुख्यमंत्री  मनोहर लाल के व्यक्तित्व की सराहना करते हुए उन्हें गीता का सच्चा अनुयायी बताया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज अपनी पत्नी डॉ सुदेश धनखड़, मुख्यमंत्री मनोहर लाल व अन्य अतिथियों के साथ गीता संगोष्ठी का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।

राज्यों में गीता का संदेश पहुंचेगा

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पार्टनर स्टेट असम है, जिससे उत्तरी-पूर्वी राज्यों में गीता का संदेश पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार को गीता गर्वेंनेंस कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। प्रधानमंत्री गीता में दिए गए संदेश को अपनाते हुए कभी पथ भ्रष्ट नहीं होते और सदैव कर्तव्य करते रहते हैं। गीता में फल प्राप्ति की इच्छा किए बिना कर्म के सिद्धांत पर चलने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि जब जब भी हरियाणा आता हूं, नया अनुभव होता है।  

जीवन का सार है गीता

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज बहुत ही प्रसन्नता का विषय है, जब हम लगातार आठवीं बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की संगोष्ठियों के माध्यम से गीता का संदेश देश दुनिया में जाएगा। उन्होंने कहा कि गीता केवल एक पुस्तक या ग्रंथ मात्र नहीं है, बल्कि जीवन का सार है। उन्होंने कहा कि आज के समय में जब आपसी समझ देशों में बनेगी तो विश्व एक इकाई के रूप में शांति की ओर आगे बढ़ेगा, इसके लिए गीता से कोई बड़ा साधन नहीं है।

अंग्रेजी एवं विदेशी भाषाओं का रिजनल केंद्र

उन्होंने कहा कि हैदराबाद के एक विश्वविद्यालय ने अंग्रेज़ी एवं विदेशी भाषा के रीजनल सेंटर बनाने की बात कही है, जिसके लिए हमने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का प्रस्ताव दिया है। विश्व की भाषाओं का एक केंद्र यहां खुलेगा और विश्वविद्यालय में गीता का भी केंद्र है, जिसके माध्यम से हम गीता के संदेश को दुनिया में पहुंचा सकते हैं।