कबड्डी प्रदर्शनी मैच में सर्वाधिक खिलाड़ियों के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का किया जाएगा प्रयास – कांथी डी सुरेश
नवराज टाइम्स नेटवर्क
पंचकूला, 20 मार्च। इस वर्ष विश्व कबड्डी दिवस भारत में मनाया जा रहा है और इसके लिए पंचकूला के ताऊ देवीलाल इंडोर स्टेडियम का चयन किया गया है। होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (हिपसा) और विश्व कबड्डी द्वारा संयुक्त रूप से इस वर्ष कबड्डी दिवस का आयोजन किया जा रहा है।
हितधारकों के लिए एक जश्न का दिन
हिपसा की अध्यक्षा सुश्री कांथी डी सुरेश ने बताया कि विश्व कबड्डी दिवस वर्ष 2019 से हर साल 24 मार्च को मनाया जाता है। यह भविष्य के लिए खेलों के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के साथ-साथ कबड्डी के खेल को विश्व स्तर पर पहचान दिलवाने वाले लोगों को इस दिशा में और बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह कबड्डी के खेल से जुड़े संस्थापकों, खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, प्रशासकों, तकनीकी अधिकारियों और सभी महत्वपूर्ण हितधारकों के लिए एक जश्न का दिन है। पिछले वर्ष मिस्र में विश्व कबड्डी दिवस का आयोजन किया गया था।
भारत कबड्डी में विश्व रिकॉर्ड बनाएगा
उन्होंने बताया कि इस वर्ष विश्व कबड्डी दिवस समारोह का लक्ष्य एक अनोखा आयोजन करना है, जिसके अंतर्गत कबड्डी प्रदर्शनी मैच में सर्वाधिक खिलाड़ियों के लिए गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा। ऐसा प्रयास पहले कभी नहीं किया गया। गिनीज ने 84 खिलाड़ियों के लिए रिकॉर्ड बेंचमार्क निर्धारित किया है, जबकि आयोजकों ने 154 खिलाड़ियों के साथ नया रिकाॅर्ड बनाने की चुनौती दी है। यह प्रयास 24 मार्च को सुबह 11 बजे गिनीज टीम के निर्णायकों की उपस्थिति में शुरू होगा और सफल होने पर इस दिन भारत कबड्डी में विश्व रिकॉर्ड बनाएगा। उन्होंने बताया कि गिनीज रिकॉर्ड प्रयास के तकनीकी नियम गिनीज टीम और विश्व कबड्डी के सदस्यों द्वारा मिलकर तैयार किए गए हैं।
गिनीज रिकार्ड के लिए करेंगे प्रतिस्पर्धा
हिपसा के साथ कार्यक्रम के आयोजकों में से एक विश्व कबड्डी के अध्यक्ष डॉ. अशोक दास ने बताया कि विश्व कबड्डी के विभिन्न सदस्य देशों के विदेशी प्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। दो टीमें, टीम अर्जुन और टीम अभिमन्यु, जिनका नाम कबड्डी के खेल की पौराणिक उत्पत्ति को दर्शाता है, इस प्रयास के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। कबड्डी विश्व रिकॉर्ड सफलतापूर्वक टूटने पर कार्यक्रम में उपस्थित गिनीज निर्णायकों द्वारा एक आधिकारिक तौर पर प्रमाण पत्र सौंपा जाएगा।