तीज त्यौहार हमारी सांस्कृतिक विरासत, इन्हें रखें सहेज कर: मुख्यमंत्री

नवराज टाइम्स नेटवर्क  

चंडीगढ़  – हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि तीज त्यौहार हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इसे सहेज कर रखना हमारी जिम्मेदारी है। तीज महिलाओं का उत्सव है और महिलाएं इसे बड़े गर्व व हर्षोल्लास के साथ मनाती है। यह पर्व हमारी संस्कृति से जुड़ा हुआ है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री अपने निवास संत कबीर कुटीर पर तीज महोत्सव  के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, पंजाब के राज्यपाल एवं प्रशासक गुलाबचंद कटारिया व उनकी धर्मपत्नी अनिता कटारिया, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी सुमन सैनी ने इस अवसर पर लगाई गई हरियाणवी प्रदर्शनी का अवलोकन कर उसकी मुक्त कंठ से सराहना की। सूचना, जन संपर्क भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा  तीज उत्सव पर बनाई गई लघु फिल्म भी दिखाई गई और महिलाओं ने तीज उत्सव का लुत्फ उठाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सावन एवं बरसात के महीने में एक पेड़ मां के नाम लगाने का विजन दिया है ताकि वायु प्रदूषण खत्म हो सके। इसलिए सभी नागरिक अपने घरों में होने वाले उत्सव एवं पवित्र त्यौहारों पर इस अभियान से जुड़ें और संकल्प लेकर ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं।

उन्होंने कहा कि इस त्यौहार के साथ ही देश में त्योहारों की श्रृंखला की शुरुआत हो जाती है इसलिए कहा गया है कि आ गई तीज बो गई त्योहारों के बीज। तीज का त्यौहार हमारे समाज में आपसी प्यार और मेल मिलाप में रंग भरने का कार्य करता है, इसलिए हमें इस त्यौहार को बड़े उत्साह के साथ मनाना चाहिए ताकि भावी पीढ़ियों को अच्छे संस्कार मिल सके। इसके साथ ही प्रकृति भी हरी चादर ओढ़ कर लोगो में नई उमंग भरने का कार्य करती है और पेड़ों पर झूले डालकर महिलाएं बड़े उत्साह के साथ झूला झूलती हैं। हरियाणा सरकार इस उत्सव को बढ़ावा देने के लिए कृत्संकल्प है।

मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी सुमन सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए अनेक योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री भी इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे है। मुख्यमंत्री ने तीज महोत्सव में पधारी महिलाओं को कोथली- सिंधारा भेंट किया।

इस अवसर पर बहुत ही सुन्दर और शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए इनमें लागे सै प्यारा सावन का नजारा, सच्ची कहूं मैने जान से भी प्यारा, मेरे कालजे मे छा रहा सै, सावन की  ऋतु आई बड़े दिनों के बाद राम जी ने झड़ी लगाई, रिमझिम रिमझिम रंग बरसे आया तीजों का त्यौहार झूलन जांगी हे मां मेरी बाग में, गंगा जी तेरे खेत में गड़े हिलाने चार कन्हैया तेरे संग रुक्मण नाच रही, बम लहरी नामक बेहतरीन हरियाणवी रागनी, हरियाणवी आर्केस्ट्रा और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिस पर महिलाएं भारी संख्या में झूमती हुई नजर आई।