पंचकूला में हर रोज लगभग 2 टन पॉलीथिन की होती है खपत : ओ पी सिहाग

कहा, अधिकारियों की उदासीनता के कारण धड़ल्ले से हो रहा है पॉलीथिन का प्रयोग

By. नंद सिंगला  
पंचकूला,30 जुलाई। पंचकूला नगर निगम क्षेत्र में लगभग 2 टन पॉलीथिन की प्रतिदिन खपत होती है। य़ह कहना है जजपा जिला पंचकूला के पूर्व शहरी जिला अध्यक्ष ओ पी सिहाग का।

पॉलिथीन धड़ल्ले से बिक रहा

जजपा नेता एवं पूर्व में नगर निगम पंचकूला के कार्यकारी अधिकारी रहे सिहाग ने कहा कि पंचकूला नगर निगम क्षेत्र की आबादी लगभग 4 लाख है। अगर  हम यह मानकर चलें कि एक व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 5 ग्राम पॉलीथिन का प्रयोग करता है तो यह आंकड़ा 2 टन प्रतिदिन आता है। हालांकि सरकार द्वारा पॉलीथिन के आम बिकने वाले घटिया स्तर के 75 माइक्रोन से कम मोटाई वाले लिफाफों तथा सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगा रखी है। परन्तु फिर भी मार्केट में तथा हर सेक्टर में लगने वाली किसान सब्जी मंडी में पॉलिथीन धड़ल्ले से बिक रहा है।

अभियान सफल नहीं हो रहा   

पॉलीथिन के लिफाफे हर जगह कूड़े के ढेरों में बिखरे मिल जाते है। आवारा पशु पॉलीथिन को खा कर  मर जाते हैं । पॉलीथिन सालों तक गलता नहीं।  धरती में जाने पर उसकी उर्वरा शक्ति नष्ट करता है। नालों, सीवर में गिर कर उसको ब्लॉक कर देता है। अगर इसमें खाद्य पदार्थ डाले जाये तो उसको भी जहरीला बना देता है। सिहाग ने कहा कि पॉलीथिन की बिक्री व प्रयोग करने के खिलाफ अभियान सफल नहीं हो पा रहा है।  

समस्या खत्म हो जाएगी

उन्होंने कहा कि अगर जिम्मेदार अधिकारी अपनी ड्यूटी का पालन पूरी निष्ठा एवं दृढ़ इच्छाशक्ति से करे तो पॉलीथिन बिक्री व प्रयोग करने पर अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ज्यादा पॉलीथिन के लिफाफों का प्रयोग रेहड़ी फड़ी वाले तथा विभिन्न सेक्टरों में हर रोज लगने वाली किसान मंडियों में होता है। अगर नगर निगम ,पुलिस ,हरियाणा शहरी विकास  प्राधिकरण एवं मार्केट कमेटी के अधिकारियों  की टीमें  बनाकर किसान मंडियों में  पूरी सख्ती बरती जाए तथा प्रशासन की तरफ से कपड़े या जूट के थैले लोगों को उपलब्ध करवाए जाये तो समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी।

पॉलीथिन के प्रयोग से नुकसान

उन्होंने इस बारे अपना अनुभव साँझा करते हुए बताया कि 2016-17 में तत्कालीन नगर निगम प्रशासन द्वारा इसी तरीके से पॉलीथिन बिक्री व प्रयोग करने पर लगभग प्रतिबंध लगा दिया था। जजपा नेता सिहाग ने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि लोगों को भी पॉलीथिन के प्रयोग करने से होने वाले नुकसान तथा इसके प्रयोग करने पर होने वाली कानून कार्यवाही बारे अवगत कराने के लिये कार्यक्रम चलाया जाए।

पंचकूला पॉलीथिन फ्री बने

उन्होंने कहा कि उपायुक्त पंचकूला एवं आयुक्त नगर निगम  पंचकुला को शीघ्र एक मीटिंग बुलानी चाहिए, जिसमें शहर की सभी संस्थाओं को बुलाया जाये तथा उनका सहयोग मांगा जाये। हालांकि पंचकूला के विधायक एवं विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता दिल से चाहते हैं कि पंचकूला पॉलीथिन फ्री बने। उन्होंने इस कार्य को  अपने सात सरोकारों में शामिल कर रखा है तथा हर महीने वो इस बारे अधिकारियों एवं प्रबुद्ध नागरिकों की मीटिंग बुलाकर इसकी समीक्षा करते हैं। परंतु उनके प्रयासों को कोई सफलता मिलती नहीं दिखाई दे रही है।

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