नप द्वारा लावारिस पशुओं को पकड़ने के दावों पर उठते रहे हैं सवाल 

नवराज टाइम्स नेटवर्क 

कालका , नगर परिषद बने करीब 4 साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक लोग मूलभूत सुविधाओं के इंतजार में बैठे हैं। नगर परिषद द्वारा जनसुविधाओं पर लाखों खर्च करने का दावा किया जाता है। हालांकि इस पर बड़े सवाल भी उठते रहे हैं। पिंजौर नगर परिषद एरिया में लावारिस पशुओं की बढ़ती संख्या से लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। शहर में कई जगह तो हालात ऐसे हैं कि गलियों में लोगों का निकलना भी मुश्किल हो चुका हैं।

   शहर में नगर परिषद की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे होने के कारण कॉलोनियों में कोई भी बच्चों के खेलने के लिए पार्क नहीं है जिस कारण बच्चों को गलियों में ही खेलना पड़ता है परंतु अब इन लावारिस पशुओं से बच्चों को खतरा बना हुआ है। हिमशिखा कॉलोनी के लोगो का कहना है कि हर समय कॉलोनी की गलियों में लावारिस पशुओं को घूमते हुए देखा जा सकता है। मंडी के अगले दिन मंडी ग्राउंड में कई दिन डेरा लगाए बैठे रहते हैं। वार्ड-13 और 14 में सैकड़ों की संख्या में लावारिस पशु है, जहां ये लोगों के लिए खतरा बने रहते हैं। वही गलियों में इनके कारण जगह-जगह गोबर के ढेर देखे जा सकते हैं। कई बार ये आपस में लड़ते हुए आसपास खड़े वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर देते हैं। उन्होंने नगर परिषद पर सवाल उठाते हुए कहा कि लाखों रुपए का ठेका देने पर भी शहर में करीब एक बड़ी गोशाला के बराबर लावारिस पशु घूम रहे हैं। हर वार्ड में कितने कितने जानवर पकड़े गए इसकी जानकारी मांगी जाएगी। आरोप लगाते हुए कहा कि ठेके के नाम पर जनता के पैसे की बर्बादी की जा रही है।    

नप नगर परिषद द्वारा क्षेत्र में सैकड़ों लावारिस पशुओं को पकड़ने का दावा कर चुका है जिसको लेकर वार्ड 7 के पार्षद संजीव कौशल ने ही इस पर सबसे पहले सवाल उठाया था और उन्होंने नगर परिषद से ली पूरी जानकारी में बताया था कि नगर परिषद द्वारा 28 सितंबर 2022 से 30 दिसंबर 2022 तक इन तीन महीनों में करीब 32.47 लाख रुपए की लागत से 1910 लावारिस पशु पकड़ चुके हैं। अगर कालका और पिंजौर नगर परिषद एरिया से इतनी तेजी से भारी संख्या में लावारिस पशु पकड़े गए हो तो यहां पर एक भी लावारिस पशु नहीं दिखाई देता, परंतु अभी भी दोनों शहरों में सैकड़ों की संख्या में लावारिस पशु देखे जा सकते हैं। इसका परिणाम इसी बात से मिल जाता है कि आए दिन शहर के अलग अलग एरिया में लोग इनके कारण घायल हो रहे हैं।