डीजीपी ने की साइबर सुरक्षा को लेकर निजी बैंक अधिकारियों के साथ बैठक

रीयल टाइम कार्यप्रणाली के बारे में दी जाएगी जानकारी , प्रतिक्रिया समय कम करने की दिशा में उठाए जाएंगे कदम

राजकुमार सिंह

चंडीगढ़,26 सितंबर- हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि साइबर अपराध को रोकने के लिए जरूरी है कि गोल्डन आवर्स की सीमा में काम करते हुए रिस्पांस टाइम को कम करने की दिशा में प्रयास किए जाएं। इस कार्य में जितनी महत्वपूर्ण भूमिका पुलिस विभाग की है उतनी ही बैंककर्मियों की भी है। इसके लिए बैंकों तथा पुलिस विभाग में बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए काम किया जाना अत्यंत आवश्यक है ताकि साइबर अपराध होने पर दोनों एक टीम के रूप में काम करते हुए साइबर अपराध को प्रभावी ढंग से रोक सके।

रिपोर्टिंग प्रबंधन प्रणाली मॉड्यूल

यह बात पुलिस महानिदेशक ने साइबर सुरक्षा को लेकर एचडीएफसी बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहीं। बैठक में साइबर पोर्टल के नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग प्रबंधन प्रणाली मॉड्यूल तथा साइबर अपराधियों को पकड़ने में आ रही समस्याओं व उनके समाधान को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।

अलग-2 टीमें काम करेंगी

उन्होंने कहा कि साइबर अपराध होने पर उसे शुरुआती समयावधि में रोकने की संभावनाएं अपेक्षाकृत अधिक होती हैं। इस अवधि को गोल्डन ऑवर कहा जाता है। उन्होंने बताया कि साइबर अपराध को रोकने के लिए मामलों को दो श्रेणियों में विभाजित किया जाएगा । इन दोनों श्रेणियों के मामलों का निपटारा करने के लिए अलग-2 टीमें काम करेंगी।

महत्वपूर्ण तथ्यों की दी जानकारी

बैठक में उपस्थित एचडीएफसी बैंक के अधिकारियों ने भी पुलिस प्रशासन का पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया। बैंक अधिकारियों ने कहा कि हमारे ग्राहकों की जमा पूंजी को सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है और पुलिस प्रशासन को साइबर सुरक्षा संबंधी हर संभव मदद दी जाएगी। बैठक में एडीजीपी साइबर क्राइम ओपी सिंह ने पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से साइबर सुरक्षा को लेकर आ रही चुनौतियों सहित कई अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानकारी दी।