पर्यावरण और प्रकृति हमारी माता है इसका दोहन ठीक नहीं : मोहन भागवत

कहा, धर्म और जाति से ऊपर उठकर मनुष्य अपने को मनुष्य समझें

By. कुलदीप सिंह
हरिद्वार,28 अगस्त। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ संचालक मोहन भागवत आज हरिद्वार के दौरे पर रहे । उन्होंने सावन के अंतिम सोमवार के अवसर पर प्रगेश्वर मंदिर में भगवान का शिव का जलाभिषेक किया। इसके बाद उन्होंने देव संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित व्याख्यानमाला कार्यक्रम में को संबोधित किया।
जानकारी के अनुसार जी 20 की थीम वासुदेव 

स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि कुटुंब के लिए जीना

जानकारी के अनुसार जी 20 की थीम वासुदेव कुटुंबकम पर आयोजित व्याख्यान माला में संघ प्रमुख ने कहा कि आत्मा और परमात्मा सर्वत्र है। दुनिया में जो विविधता है उससे हमारा आत्मीय संबंध है। हमें स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि कुटुंब के लिए जीना है। पर्यावरण और प्रकृति हमारी माता है और इसका दोहन ठीक नहीं।

 जीव जंतु और पेड़ पौधों को भी जीव समझें

उन्होंने कहा कि भारत का उत्थान विश्व कल्याण के लिए हुआ है और भारत का ज्ञान विश्व कल्याण के लिए है। हमें इस अर्थ को समझने की जरूरत है। भारत के अमरत्व की यही धारणा है और विविधता में एकता भारत की पहचान है। उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम की परिकल्पना तभी साकार होगी जब धर्म और जाति से ऊपर उठकर मनुष्य अपने को मनुष्य समझें। इसी तरह से जीव जंतु और पेड़ पौधों को भी जीव समझें।

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