तीन वैद्यों को राष्ट्रीय धन्वंतरि आयुर्वेद पुरस्कार दिए गए
नवराज टाइम्स नेटवर्क
पंचकुला,10 नवंबर। आठवें आयुर्वेद दिवस के आयोजन पर केन्द्रीय आयुष मंत्री सर्बानन्द सोणोवाल ने कहा कि न्यूक्लियर पावर, पेस्टिसाइड्स और विषैले पर्यावरण के इस युग में आयुर्वेद एक वरदान के तरह है। आयुष मंत्रालय ने लगातार प्रयास कर अब तक देश भर में लगभग आठ हजार से अधिक वेलनेस सेंटर की स्थापना कराई है।
औषधीय पौधों की कृषि की आवश्यकता
आयुष सेक्टर की सर्विस डिलवरी को और अधिक मजबूत करने के लिए आयुष ग्रिड प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया और उसे मजबूत करने के व्यवस्था की गई। वैश्विक प्रसार के कारण दुनिया भर में औषधीय पौधों की कृषि की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है। इस बार के आठवें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर आयुर्वेद दिवस की माइक्रो वेबसाइट का निर्माण किया गया जिसे पूरी दुनिया से लगभग बीस करोड़ लोगों का सहयोग मिला।
आयुष मंत्रालय की सराहना की
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हरियाणा के विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने इस व्यापक पैमाने पर देश-दुनिया में आयुर्वेद दिवस मनाने के लिए आयुष मंत्रालय की सराहना की और आयुर्वेद के विकास के लिए हरियाणा सरकार की ओर से किये जा रहे प्रयासों को भी रेखांकित किया। आयुर्वेद दिवस के आयोजन पर्व पर मौजूद केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री मुंजपरा महेंद्रभाई ने कहा कि आईआईटी, एम्स और सीएसआईआर जैसी संस्थाओं आयुर्वेदिक औषधियों के मॉलिक्युलर गुणों को समझने के लिए आयुष के साथ हाथ से हाथ मिलाया है। इसरो के सहयोग से देश भर में मौजूद औषधीय पौधों की मैपिंग कराई जा रही है।
20 करोड़ लोगों ने सहयोग किया
आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि आठवें आयुर्वेद दिवस आयोजन के लिए विशेष तौर पर बनाई गयी माइक्रोसाइट में दर्ज हुए आंकड़े बताते हैं कि माह भर चले अभियान में दुनिया भर से करीब 20 करोड़ लोगों ने सहयोग किया, कुल 20 हजार गतिविधियों में 17 लाख के करीब लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में हरियाणा की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ जी अनुपमा, अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के अध्यक्ष पद्म भूषण वैद्य त्रिगुणा जी आयुष मंत्रालय के आयुर्वेद सलाहकार वैद्य मनोज नेसरी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।