बौद्ध मठ नहीं, सतयुग कालीन है श्री बद्रीनाथ धाम, मौर्य को गलत बयानबाजी से बचना चाहिए  :  महाराज

उल जुलूस बयानबाजी से बाज आए स्वामी प्रसाद मौर्य

By. अनिल सती

देहरादून,28  जुलाई। समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा श्री बदरीनाथ बदरीनाथ धाम को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान कि उत्तराखंड में कड़ी निंदा की जा रही है। इसके साथ ही प्रदेश की राजनीति में भी तूफान उठा हुआ है।   

मौर्य को सनातन धर्म की कोई जानकारी नहीं

समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने श्री बद्रीनाथ धाम को बौद्ध मठ  बताया था। उनके बयान को लेकर अब प्रदेश के पर्यटन  एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने उस बयान की कड़ी आलोचना की है। सतपाल महाराज ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को सनातन धर्म की कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में वह उल जलूल बयान बाजी कर खबरों में बना रहना चाहते हैं। लेकिन उनके बयान से लोगों की आस्था को भी ठेस पहुंच रही है।  

महात्मा बुद्ध भी नारायण का ही एक रूप

सतपाल महाराज ने कहा कि श्री बदरीनाथ धाम सतयुग  कालीन है। हिमालय के इसी स्थान पर ही नर और नारायण ने तपस्या की थी। उन्होंने  मौर्य के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जब यहां नर और नारायण ने तपस्या की थी तब महात्मा बुद्ध का जन्म भी नहीं हुआ था। ऐसे में श्री बद्रीनाथ धाम को बौद्ध मठ बताना बेहद गलत है। उन्होंने कहा कि सनातन परंपरा में हम महात्मा बुद्ध को भी नारायण का ही एक रूप मानते हैं। लेकिन इसका यह कतई मतलब नहीं होगा कि स्वामी प्रसाद मौर्य श्री बद्रीनाथ धाम के  बारे में उल जुलूस बयानबाजी करें ।    

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