37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला में ‘यूखनी यइम्मा-यइम्मा’ गीत पर झूमे टुनिशियाई कलाकार

नवराज टाइम्स नेटवर्क

फरीदाबाद, 5 फरवरी – हरियाणा के फरीदाबाद में चल रहे 37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला की मुख्य चौपाल पर देश-विदेश के विभिन्न कलाकारों की महफ़िल जम रही है। देशी – विदेशी कलाकारों ने अपने-अपने देश की वेशभूषा, संस्कृति, अपना रहन-सहन, खुशहाली और सुंदरता को गीत, संगीत एवं नृत्य के जरिए से पर्यटकों के सामने प्रस्तुत किया। गुजरात के पोरबंदर जिला से आए आवण रास मंडल ने मनिहारा रास की मनमोहक प्रस्तुति दी। किर्गिस्तान के कलाकारों ने अपने हाथों से बनाए गए वाद्य यंत्रों की धुनों पर नृत्य कर पर्यटकों का मन लुभाया। वहीं इथोपिया के कलाकारों ने गम्मेला डांस करके लोगों को भाईचारे को कायम रखने का संदेश भी दिया। टुनिशिया से आए नेशनल ट्रूप ने अपने देश की सुंदरता और खुशहाली को ‘यूखनी यइम्मा-यइम्मा’ गीत के साथ नृत्य की प्रस्तुति देकर पर्यटकों को मंत्रमुग्ध किया। गाम्बिया देश के कलाकारों ने अपनी आजादी व खुशहाली के मौके पर गाए जाने वाले गीत की शानदार प्रस्तुति दी। जामिया के कलाकारों ने परंपरागत नृत्य लिक्किसी की प्रस्तुति दी।

37वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए चलाई गई मुहिम में पर्यटक भी सहभागी बन रहे हैं। मेला परिसर में पार्टनर स्टेट गुजरात पैविलियन में विकसित भारत एम्बेसडर स्टॉल पर्यटकों को खूब लुभा रही है। मेले की इस स्टॉल पर पीएम मोदी के साथ सेल्फी प्वाइंट, सेल्फी बूथ के अलावा ‘हमारा एप नमो एप’ से जुडक़र देश को विकसित भारत बनाने में अपना योगदान देने का आह्वान किया गया है।

‘गुजरात की खुशबू’ नाम से प्रसिद्ध पेवेलियन में विकसित भारत लाउन्ज में एक ऐसी स्क्रीन लगाई गई है, जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति यदि कभी पीएम मोदी से मिला हो और भूल गया है, तो इस स्क्रीन के सामने अपना चेहरा स्कैन करके संबंधित पुरानी फोटो को देख सकते हैं। साथ ही उस फोटो को अपने व्हाट्सऐप या मेल पर भी ले सकते हैं। इस स्टॉल पर दिनभर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सेल्फी बूथ पर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। 

‘नमो एप’ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकों से विकसित भारत एंबेसडर मॉड्यूल में प्रभावी कार्य करने की 100 दिन की चुनौती को स्वीकार करने का आह्वान किया है। इसमें विकसित भारत का एंबेसडर बनने, शक्तियों को संयोजित करने, विकास के एजेंडे का प्रसार करने और विकसित भारत के मिशन को पूरा करने के लिए युवा पीढ़ी को दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ अपनी ऊर्जा का राष्ट्र हित में सदुपयोग के लिए प्रेरित किया गया है। मेले में आने वाले पर्यटक विकसित भारत एंबेसडर 100 डे चेलेंज नामक इस स्टॉल पर अत्यधिक रुचि ले रहे हैं। पर्यटक इस स्टॉल पर देश को विकसित बनाने वाली योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी ले रहे हैं। गोरिल्ला का मास्क पहनकर पर्यटकों को लुभा रहा युगांडा का लेविटिक्स वसवा

अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में इस बार देश ही नहीं विदेशी कलाकार भी अपने उत्पादों की ब्रांडिंग व मार्केटिंग के अनोखे तरीके अपना रहे हैं। युगांडा देश के लेविटिक्स वसवा गोरिल्ला मास्क पहन अपने स्टॉल पर पर्यटकों को लुभा रहे हैं। लेविटिक्स ने बताया कि उनके स्टॉल पर लकड़ी से तैयार पशु-पक्षियों की विभिन्न कलाकृतियां उपलब्ध हैं। युगांडा में गैल्फ की लकड़ी ऐसी कलाकृतियों को बनाने में सबसे उपयुक्त रहती है। इस लकड़ी से नक्काशी और मुड़ाई का कार्य आसानी से हो जाता है।