फ्लड गेट खोल कर निकाला जा रहा है पानी, आसपास के लोगों में बना दहशत का माहौल
नवराज टाइम्स नेटवर्क
चंडीगढ़/पंचकूला,9 जुलाई। ट्राइसिटी में आफत की बारिश से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बारिश ने आम लोगों से लेकर प्रशासन तक की चिंता बढ़ा दी है। चंडीगढ़ की सुखना लेक और पिंजोर का कौशल्या डैम का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। जिसके कारण कौशल्या डैम के साथ-साथ सुखना लेक अभी फ्लड गेट खोले गए। उधर पिंजौर के नजदीक CRPF कैंप के पास भूस्खलन हुआ है।
ट्राइसिटी के करीब तीन दर्जन मार्ग बंद
कौशल्या डैम के प्लाट गेट खोलने से इसके साथ लगती आबादी वाले क्षेत्र में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इसी तरह सुखना लेक फ्लड गेट खोलने से भी चंडीगढ़, मणिमाजरा आदि हिस्सों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। मणिमाजरा से चंडीगढ़ को जोड़ने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है। साथ ही इस मार्ग पर पुलिस का पहरा भी लगा हुआ है। ट्राइसिटी के करीब तीन दर्जन मार्ग बंद हैं। ऐसे में लोगों को बरसात के बीच इधर उधर दौड़ाना पड़ रहा है। संडे का दिन होने से लोग बरसात के चलते अपने घरों में ही रहे।
कालका से गुजरने वाली सुखना नदी उफान पर
कौशल्या डैम के गेट खोले जाने के कारण नदी किनारे बसे अनेक लोगों ने सामान सुरक्षित जगह पर शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। इसी तरह कालका से गुजरने वाली सुखना नदी भी पूरी उफान पर है। यहां भी नदी किनारे रहने वाले कई लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।
बाहर जाने से पहले रूट की जानकारी जरूर लें
भारी बारिश के चलते प्रशासन ने नदी नालों में नहीं जाने की सलाह दी है। पंचकूला में घग्गर नदी भी पूरी उफान पर चल रही है। नदी नालों के उफान पर होने के कारण प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए टीम में तैयार की गई है। प्रशासन द्वारा सलाह दी गई है कि बाहर जाने से पहले रूट की स्थिति की जानकारी जरूर लें।
हिमाचल की फैक्ट्री पानी की भेंट चढ़ गई थी
आपको बताते चलें कि सुखना नदी पिछले कुछ वर्षों के दौरान बारिश के दिनों में लोगों का काफी नुकसान कर चुकी है। इसके साथ ही पिछले कुछ वर्षों के दौरान हिमाचल की एक पूरी फैक्ट्री पानी की भेंट चढ़ गई थी।
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