उर्दू मुसलमानों की नही हिन्दुस्तान की भाषा है और हिन्दी भारतीय भाषाओं का संगम : नासिरा

वेबिनार श्रृंखला की कड़ी में हिन्दी दिवस पर बोली प्रख्यात लेखिका नासिरा शर्मा

By. राजकुमार सिंह
चण्डीगढ़, 14 सितम्बर।  हरियाणा पॉवर युटिलिटिज की पहल पर शिक्षा विभाग के माध्यम से  पी के दास की प्रेरणा से हिन्दी दिवस के अवसर पर सरदार पटेल पुस्तकालयों के पाठक मंच की आनलाईन भागीदारी से भारतीय भाषाओं में अन्तर्सम्बन्ध विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।

दुखों को गले लगाने से

प्रबंध निदेशक मोहम्मद शाईन के मार्ग-दर्शन में एवं  प्रबंध निदेशक डा. साकेत कुमार के सानिध्य में आयोजित वेबिनार में प्रख्यात लेखिका नासिरा शर्मा ने ऐतिहासिक व्याख्यान दिया। उन्होने कहा कि हरियाणा का बिजली विभाग सरदार पटेल पुस्तकालय की स्थापना एवं संचालन के माध्यम से  हिन्दी भाषा को  जन-जन तक पहुंचाने का सकारात्मक अभियान चला रहा है। उन्होने कहा कि दुखों को गले लगाने से साहित्य फूटता है, साहित्य नई पीढ़ी को अंगुली पकड़ कर चलना सीखता है।

वफा की धरा का नाम हिन्दुस्तान है उर्दू मुसलमानों की नही हिन्दुस्तान की भाषा है। संस्कृत, हिन्दी, उर्दू आपस में बहने है। हिन्दी भारतीय भाषाओं का संगम है। अंग्रेजी अब भारत की भाषा हो गई है। जब कोई भाषा लोगों के बीच कम बोली जाती है, तो उसके मुहावरे दूसरी भाषा में स्थानांतरित होकर जिंदा रहते है। उन्होंने कहा कि प्रकृति की रक्षा में साहित्य की रचना करनी होगी और साहित्यकार को अपने समय के समकालीन प्रश्नों के समाधान में अपनी भूमिका सुनिश्चित करना होगी। उन्होने कहा कि भारतीय भाषाओं में अन्तर्सम्बन्ध हिन्दी भाषा के आसमान का विस्तार है। वफा की धरा का नाम हिन्दुस्तान है।