रेलवे बोर्ड ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हादसे की बताई पूरी कहानी
अरुण निशाना
नई दिल्ली,4 जून। ओडिशा के बालासोर में 2 जून को है हुए भीषण ट्रेन हादसे के बाद पल-पल नई रिपोर्ट सामने आ रही है। ट्रेन हादसे के बाद आज जो कहानी सामने आई है वह खुद रेलवे विभाग में बताइ। रेलवे ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ट्रेन हादसे की पूरी कहानी को समझाया है।
कारणों का पता लगाने का प्रयास
जया वर्मा ने कहा कि रेलवे सेफ्टी के कमिश्नर की रिपोर्ट मिलने का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बात समझने की जरूरत है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे की शिकार हुई है। तीन ट्रेनों के बीच टकराव हुआ यह कहना उचित नहीं होगा। हादसे के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
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ट्रेन बिना रुके आगे निकलती हैं
रेलवे बोर्ड के सदस्य जया वर्मा ने हादसे की विस्तार से जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि हादसे को लेकर वह पूरी स्थिति स्पष्ट करना चाहती है। उन्होंने कहा कि बालासोर जिले में बहनगा बाजार रेलवे स्टेशन पर दो मेल लाइन है। इन दोनों लाइन से ट्रेन बिना रुके आगे निकलती हैं। इसी तरह स्टेशन पर दो लूप लाइन है। लूप लाइन का इस्तेमाल गाड़ियों को रोकने के लिए किया जाता है। लूप लाइन पर उस समय 2 गाड़ियां खड़ी थी।
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128 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार
जया वर्मा ने कहा कि कोरोमंडल से कुछ सेकंड पहले चेन्नई की तरफ से यशवंतपुर एक्सप्रेस बेंगलुरु से आ रही थी। इसी तरह शालीमार रेलवे स्टेशन से कोरोमंडल एक्सप्रेस आ रही थी। ट्रेन के पायलट को सिग्नल ग्रीन दिखाई दे रहा था , जिसे पायलट ने अपनी स्पीड के अनुसार सीधे निकलना था। ट्रेन का पायलट 128 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चला रहा था । इसी तरह यशवंत एक्सप्रेस भी 126 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही थी। रेलवे बोर्ड ने स्पष्ट किया कि ओवरस्पीडिंग जैसी कोई बात नहीं है।