रक्तदान निष्काम सेवा का एक सुंदर भाव होता है – निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज
नवराज टाइम्स नेटवर्क
दिल्ली, 24 अप्रैल- निरंकारी सतगुरू माता सुदीक्षा जी द्वारा आज निरंकारी चौक, दिल्ली में आयोजित हुए मानव एकता दिवस के अवसर पर विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए फरमाया कि रक्तदान निष्काम सेवा का एक ऐसा सुंदर भाव होता है जिसमें केवल सर्वत्र के भले की कामना ही मन में होती है। फिर हृदय में यह भावना उत्पन्न नहीं होती कि केवल हमारे सगे संबंधी या हमारा परिवार ही महत्वपूर्ण है अपितु समस्त संसार ही हमारा परिवार बन जाता है। जैसा कि सर्वविदित ही है कि निरंकारी जगत में मानव एकता दिवस का दिन युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह जी की प्रेरणादायी सिखलाईयों को समर्पित है। इसके साथ ही सेवा के पुंज, पूर्ण समर्पित गुरु भक्त चाचा प्रताप सिंह एवं अन्य महान बलिदानी संतों को भी इस दिन स्मरण किया जाता है। मानव एकता दिवस के अवसर पर समूचे देश के विभिन्न स्थानों पर सत्संग कार्यक्रमों के साथ विशाल रूप में रक्तदान शिविरों की श्रृंखलाओं का आरम्भ हो जाता है जो वर्ष भर चलता है।
सतगुरू माता जी ने रक्तदान के महत्व को बताते हुए फरमाया कि रक्त नाड़ियों में बहे, न कि नालियों में , रक्त देते हुए हम यह विचार नहीं करते कि हमारा रक्त किसके शरीर में जा रहा है यह तो एक सामाजिक कार्य है जो मानवीय मूल्यों को दर्शाता है ।
इसी श्रृंखला के अंतर्गत यह महाअभियान समूचे भारतवर्ष में स्थापित संत निरंकारी मिशन की लगभग सभी ब्रांचों सहित दिल्ली में भी रक्तदाताओं ने स्वैच्छापूर्वक सम्मिलित होकर पूरे जोश एवं उत्साह से रक्तदान किया। इस महाअभियान में रक्त संग्रहित करने हेतु इंडियन रेड क्राॅस सोसायटी के अतिरिक्त एम्स, एम्स सी.एन.सी., डॉक्टर राम मनोहर लोहिया, गुरू तेग बहादुर, लोक नायक जय प्रकाश नारायरण, हिन्दू राव, जी.बी.पंत, सफदरजंग, दीन दयाल उपाध्याय, सुचेता कृपलाणी (लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज) एवं डॉक्टर हेडगेवार इत्यादि अस्पतालो से डॉक्टर एवं उनकी टीम ने पहुंचकर सभी रक्तदाताओं की जाँच की और उसके उपरांत ही रक्त संग्रहित किया।