अपने पसीने की खाता हूं और मैं मिट्टी को सोना बनाता हूं 

बाल भारती स्कूल में श्रमिकों को किया गया सम्मानित

नवराज टाइम्स नेटवर्क

कालका,1 मई |  यहां के बाल भारती स्कूल में आज श्रमिक दिवस  पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता स्कूल प्रिंसिपल पूनम गौतम ने की है | आयोजित कार्यक्रम में स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपने टैलेंट का बेहतरीन प्रदर्शन किया | बच्चों ने “मैं मजदूर हूं  मजबूर नहीं,

यह कहने में मुझे शर्म नहीं,अपने पसीने की खाता हूं,मैं मिट्टी को सोना बनाता हूं”।  जैसी अन्य कई कविताएं भी पेश की |  

मेहनत और आर्थिक श्रम ही है जिसकी पहचान उन श्रमिकों का तो बनता है सम्मान इसी जज्बे को दिखाते हुए आयोजित किए गए श्रमिक दिवस समारोह में सभी अध्यापिकाओं तथा विद्यार्थियों ने भाग लिया। बाल भारती स्कूल की विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों ने अलग-अलग कक्षाओं में आयोजित विभिन्न गतिविधियों में सम्मिलित हुए। 

जूनियर विंग के छात्र छात्राओं ने अलग-अलग व्यवसायों के अनुरूप वेशभूषा धारण कर उनकी उपयोगिता का परिचय 1-2 पंक्तियां बोल कर दिया। कक्षा प्रथम एवं द्वितीय छात्रों द्वारा अपनी कार्य सेविकाओं एवं बस चालकों को बैच लगाकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर बच्चों ने कविताओं के द्वारा भी मजदूर  दिवस की महत्वता पर प्रकाश डाला। ‘श्रम ही सफलता की कुंजी है’‌ के महत्व को दर्शाते हुए सभी अध्यापिकाओं द्वारा एक नाटिका प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य पूनम गौतम ने विद्यालय में श्रमिकों के परिश्रम तथा सहयोग हेतु उन्हें धन्यवाद करते हुए पुरस्कार वितरित किये।प्रधानाचार्य पूनम गौतम  ने स्कूली बच्चों को श्रमिक दिवस के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी है |

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