यह ग्लूटस मेडियस और मिनिमस मांसपेशियों को सक्रिय करता है
नवराज टाइम्स नेटवर्क
लेटरल बैंड वॉक एक अहम एक्सरसाइज है, जो कूल्हों की स्थिरता और ताकत को बढ़ाने में मदद करता है। यह एक्सरसाइज खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो दौड़ते, खेलते या काम के कारण लंबे समय तक खड़े रहते हैं।
लेटरल बैंड वॉक का महत्व
लेटरल बैंड वॉक कूल्हों की मांसपेशियों को मजबूत करने का एक बेहतरीन तरीका है। यह ग्लूटस मेडियस और मिनिमस मांसपेशियों को सक्रिय करता है, जो कूल्हों की स्थिरता बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसके नियमित अभ्यास से शरीर का संतुलन भी बेहतर होता है और चलने-फिरने में आसानी होती है।
लेटरल बैंड वॉक करने का सही तरीका
लेटरल बैंड वॉक करते समय सही तरीका अपनाना बहुत जरूरी है। सबसे पहले अपने पैरों के चारों ओर एक रेजिस्टेंस बैंड बांधें और घुटनों को हल्का मोड़ें, फिर धीरे-धीरे एक पैर को साइड में उठाएं और दूसरे पैर को उसके पास लाएं। इस प्रक्रिया को दूसरी दिशा में दोहराएं। ध्यान रखें कि आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए और पेट अंदर खींचा हुआ होना चाहिए।
एक्सरसाइज करते समय बरतें ये सावधानियां
लेटरल बैंड वॉक एक सुरक्षित एक्सरसाइज करते समय कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। अगर आपको किसी प्रकार का दर्द या असुविधा महसूस हो तो तुरंत रुक जाएं और किसी विशेषज्ञ से सलाह लें। इसके अलावा शुरुआत में हल्के रेजिस्टेंस वाले बैंड का उपयोग करें ताकि आप आसानी से इसे कर सकें। इस प्रकार लेटरल बैंड वॉक न केवल आपके कूल्हों की स्थिरता बढ़ाता है बल्कि आपके पूरे शरीर की ताकत भी सुधारता है।
लेटरल बैंड वॉक का नियमित अभ्यास करें
लेटरल बैंड वॉक का अधिकतम लाभ पाने के लिए इसे नियमित रूप से करना जरूरी है। सप्ताह में कम से कम तीन बार इस एक्सरसाइज का अभ्यास करें। हर सेट में 10/15 कदम लें और धीरे-धीरे इसकी संख्या बढ़ाते जाएं। शुरुआत में हल्के रेजिस्टेंस वाले बैंड का उपयोग करें ताकि आप आसानी से इसे कर सकें।
अन्य एक्सरसाइज के साथ
लेटरल बैंड वॉक को अन्य एक्सरसाइज के साथ मिलाकर करने से इसका प्रभाव बढ़ जाता है। स्क्वाट्स, लंजेस और ग्लूट ब्रिज जैसी एक्सरसाइज भी कूल्हों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इन सभी एक्सरसाइज का संयोजन आपके फिटनेस स्तर को बेहतर बनाएगा और आपकी कूल्हों की स्थिरता को और भी बढ़ाएगा। नियमित अभ्यास से ताकत बढ़ेगी और आपका शरीर संतुलित रहेगा।