पानी में बनने वाले कीड़ों का एसएमओ ने किया बड़ा खुलासा
नवराज टाइम्स नेटवर्क
पिंजौर,25 अप्रैल। आज अर्बन पालीक्लिनिक पिंजौर की तरफ से विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया। इस अवसर पर अस्पताल के एसएमओ डा. राजेश कुमार के दिशा निर्देशों से स्वास्थ्य निरीक्षक बलवंत सिंह की देखरेख में पिंजौर के सरकारी स्कूल सहित कई अन्य स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए,जिसमें स्कूली बच्चों ,टिचर्स व स्वास्थ्य विभाग के सुनील मेहरा,जितेन्द्र कुमार,सोमपाल तथा सुनील कुमार हंस ने भाग लिया। सरकारी स्कूल पिंजौर के बच्चों ने स्कूल से मेन बाजार होते हुए गार्डन से पीएचसी तक जागरूकता रैली भी निकाली है। इस दौरान स्कूलों में स्वास्थ्य मंत्री द्वारा मलेरिया व डेंगू की बीमारी से बचाव के लिए की गई अपील भी पढ़ कर सुनाई गई। मलेरिया से बचाव व इलाज के बारे में बताते हुए मलेरिया से संबंधित सामग्री भी वितरित की गई।
इस बारे में एसएमओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इस मौसम में मलेरिया फैलना शुरू हो जाता है और अगले जून जुलाई माह तक डेंगू के मामले भी सामने आने लगते हैं। उन्होंने बताया कि अगर लोग पानी को इकट्ठा न होने दें, और पानी को सप्ताह भर से ज्यादा समय तक स्टोर न करें तो मलेरिया व डेंगू को फैलने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि घर में कूलर,पानी के टैंक,टायर आदि में जमा हुए पानी को अनदेखा करना ठीक नहीं होता है। क्योंकि एक छोटी सी लापरवाही कई बार व्यक्ति के जीवन पर भारी पड़ जाती है,जिससे उसका पूरा परिवार भी प्रभावित होता है।
पानी में कीड़े की तरह पैदा होते हैं मच्छर
डा. राजेश कुमार ने महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि कई दिनों तक स्टोर किए गए पानी के अन्दर जो लारवा बनता है उसको ज्यादातर लोग यही समझ लेते हैं कि पानी में कीड़े पड़ गए हैं,जबकि वह कीड़े नहीं होकर मच्छरों का लार्वा होता है,जोकि चंद ही दिनों में मच्छर बनकर उड़ने लगते हैं। ऐसे पानी को कभी भी गड्ढे व नाली में बहाने की बजाय सुखी जगह पर डाल दें,ताकि लारवा के मच्छर नहीं बन सके। उन्होंने कहा कि अप्रैल से अक्टूबर तक का समय मलेरिया व डेंगू के मच्छरों के पैदा होने का समय होता है और इस दौरान लोगों को ज्यादा सावधानी रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सावधानी बरतने से न केवल हम अपना और अपने पूरे परिवार का बचाव करते हैं,बल्कि पूरे समाज का भी बचाव करते हैं।