जानिए क्या है नया थेराप्यूटिक लेजीनेस ट्रेंड
नवराज टाइम्स नेटवर्क
आपने कभी आलस करने के ट्रेंड के बारे में सुना है? आपको जानकर हैरानी होगी कि 2025 में नींद से जुड़ा एक नया रुझान वायरल हो रहा है, जिसे थेराप्यूटिक लेजीनेस नाम दिया गया है। यह ट्रेंड सिखाता है कि कैसे आलस करना भी फायदेमंद और चिकित्सकीय हो सकता है।
थेराप्यूटिक लेजीनेस ट्रेंड का मतलब
थेराप्यूटिक लेजीनेस का मतलब होता है बिना कोई काम किए लंबे समय तक बिस्तर पर बैठे या लेते रहना। थेराप्यूटिक लेजीनेस तब होती है जब आप देर तक बिस्तर पर लेते हुए जानबूझकर अनुत्पादक व्यवहार करते हैं। यह खुद की देखभाल करने का एक तरीका है, जिसके दौरान मन को शांत करने के लिए लोग इरादतन कोई काम नहीं करते हैं। यह तकनीक तनाव पीडि़त लोगों के लिए अच्छी है।
इस ट्रेंड से मिलेंगे लाभ
सुनने में अजीब लगता है लेकिन इस ट्रेंड को अपनाने के कई फायदे हो सकते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि थेराप्यूटिक लेजीनेस से ध्यान, रचनात्मकता और उत्पादकता में सुधार हो सकता है। सक्रीय जीवनशैली वाले लोग और ऑफिस का काम करने वाले लोग अपने मन को शांत करने के लिए यह ट्रेंड अपना सकते हैं। रात के वक्त कुछ देर बिना कोई काम किए लेटने से बेहतर नींद आती है।
नकारात्मक प्रभाव होते हैं
अगर आप बहुत देर तक या बार-बार थेराप्यूटिक लेजीनेस का पालन करते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। थोड़े समय के लिए आराम करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। हालांकि लंबे समय तक लेटे रहने से सुस्ती आती है और उत्पादकता व प्रेरणा कम होने लगती है। इससे कुछ लोग अवसाद का भी शिकार हो सकते हैं। इसीलिए कुछ देर आराम करें और बाकि समय काम करते हुए ही बिताएं।