काला दिवस : ट्रेक्टर प्लांट बंद होने के विरोध में HMT गेट पर सेकडो ने किया सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन  

नवराज टाइम्स नेटवर्क

पिंजौर न्यूज 27 अक्टूबर। भाजपा सरकार ने 27 अक्टूबर 2016 को एचएमटी पिंजौर स्थित ट्रेक्टर प्लांट को बिना किसी नीति व बिना योजना के बन्द करके क्षेत्र के लाखों लोगों की रोजी – रोटी को छिनने का काम किया था, इसी के चलते 8 साल बीतने के बाद 27 अक्टूबर के दिन को काला दिवस मनाते हुए एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक विजय बंसल की अगुवाई में एचएमटी गेट पर फेक्ट्री के प्रभावित कर्मचारियों समेत अन्य लोगो ने रोष जताते हुए सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की और फैक्ट्री को दोबारा चलाने की जोरदार मांग उठाई।

इलाके में रोजगार के अवसर सके

इस दौरान विशेष रूप से पंचकुला से नव निर्वाचित कांग्रेस विधायक एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और विधानसभा में एचएमटी के मुद्दे को उठाने के लिए आश्वस्त किया,साथ ही कहा कि वह जल्द केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारास्वामी से भी निजी रूप से मिलकर इस मुद्दे को उठाने का कार्य करेंगे जिससे इलाके में रोजगार के अवसर आ सके।

कर्मचारियों को भी उनका पूरा बकाया नही मिला

धरना प्रदर्शन में सभी की ट्रैक्टर प्लांट को पुनः शुरू करवाने, बंद पड़ी एचएमटी फैक्ट्री को रेलवे या रक्षा मंत्रालय से जोड़ने, खाली जमीन पर नए उद्योग धंधे लगाने की मांग प्रमुख थी। अब एचएमटी मशीन टूल्स के कर्मचारियों को भी कई कई महीनो तक सैलरी नहीं मिलती, जबकि 2019 में रिटायर हुए कर्मचारियों को भी उनका पूरा बकाया नही मिला है।

एक सुनियोजित षड्यंत्र रचा गया

चंद्रमोहन ने कहा कि एचएमटी व सरकार की मिलीभगत से पहले एचएमटी को बन्द किया गया, अब सरकार द्वारा जमीन को खुर्द बुर्द करने के लिए अपर्याप्त व गैर संबंधित प्रोजेक्ट्स को लगाए और प्रदेश की जनता के पैसे को बर्बाद करने के लिए व कॉरपोरेट मित्रो को फायदे पहुंचाने के लिए एक सुनियोजित षड्यंत्र रचा गया।

समस्या का समाधान करवाया जाएगा

एचएमटी की खाली पड़ी जमीन को एचएसआईआईडी सी द्वारा उद्योग धंधे लगाए जाने थे लेकिन उस पर एप्पल मंडी का निर्माण कर जनता के अरबों रुपए के की बर्बादी कर दी। जबकि इस मंडी से कालका क्षेत्र सहित जिला पंचकूला को कोई लाभ नहीं मिलने वाला। यदि सरकार यही राशि फैक्ट्री को रिवाइव करने में लगा देती तो हजारों लोगों को रोजगार मिलता। हरियाणा विधानसभा की पटल पर भी मजबूती से इस मुद्दे को उठाकर जनहित में समस्या का समाधान करवाया जाएगा।

बंद फैक्ट्री को दोबारा से शुरू करवाएंगे

विजय बंसल ने कहा कि एक तरफ तो कांग्रेस सरकार के समय उनके प्रयासों से जहां एचएमटी ट्रेक्टर प्लांट को 1083 करोड़ का पैकेज 2014 में मिला वही 1997 का वेज रिवीजन हुआ, रिटायरमेंट की उम्र 58 से 60 करवाई तो वही भाजपा ने सत्ता में आते ही इस फेक्ट्री को बंद कर दिया। ट्रैक्टर यूनिट बन्द होने के साथ ही पूरे जिला पंचकूला और मोहाली पंजाब तक की लगभग 400 एनसैलरीज (लघु उद्योग) पूरी तरह से बंद हो गए, हजारों एचएमटी कर्मचारियों पर निर्भर हजारों मजदूरों, दुकानदारों, व्यापारियों का कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है। विजय बंसल ने कहा कि यदि कांग्रेस आगामी चुनाव में सत्ता में आई तो एचएमटी की बंद फैक्ट्री को दोबारा से शुरू करवाएंगे।

300 करोड रुपए की आय का सीधा नुकसान

इतना ही नहीं एचएमटी फैक्ट्री से प्रदेश सरकार को मिलने वाले राजस्व का भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। एचएमटी कंपनी द्वारा प्रस्तुत किए गए आंकड़ों के अनुसार सरकार को एचएमटी फैक्ट्री से प्रतिवर्ष एक्साइज ड्यूटी और सेल टैक्स से 30 करोड़ रुपए, इनकम टैक्स से 1.75 करोड़ रुपए, बिजली बिल से 7.25 करोड़ रुपए मेडिकल और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं से प्रतिवर्ष 3 करोड रुपये प्रतिवर्ष की आय अर्जित होती थी। पिछले 7 वर्षों से फैक्ट्री बंद होने के बाद राज्य सरकार को लगभग 300 करोड रुपए की आय का सीधा नुकसान हुआ है

जमीन को खुर्द बुर्द कर दिया

दीपांशु बंसल ने कहा कि 1997 में तत्कालीन केंद्र में भाजपा सरकार व हरियाणा में भाजपा-हविपा गठबंधन की सरकार ने भूपेंद्र सीमेंट कम्पनी (एसीसी सीमेंट) को बंद कर दिया था। एसीसी कम्पनी ने अरबो की 122 एकड़ जमीन प्राइवेट बिल्डर्स को बेच दी व जमीन को खुर्द बुर्द कर दिया।

भेदभाव की भावना को प्रकट करती है

विजय बंसल ने कहा कि सन 2000 में तत्कालीन भाजपा की एनडीए सरकार ने औरंगाबाद (महाराष्ट्र) और बराग (हैदराबाद) के एचएमटी प्लांट को बंद करने के आदेश दिए थे जबकि मजबूत नेतृत्व होने के कारण केंद्र की मदद से महाराष्ट्र और हैदराबाद में वही फेक्ट्रीया अभी भी चल रही है लेकिन कमजोर नेतृत्व होने के कारण पिंजौर की फैक्ट्री को बंद कर दिया जो भाजपा सरकार की कालका इलाके से भेदभाव की भावना को प्रकट करती है।

लाखो लोग बेरोजगार हुए

विजय बंसल ने कहा कि भाजपा के देश व प्रदेश में शासन के 10 वर्ष पूरे हो गए है जोकि फैक्ट्री को पुनः चलाने में पूरी तरह विफल साबित हुए है। एक तरफ जहां सरकार मेक इन इंडिया व स्किल्ड इंडिया की बात करती है वही विश्वस्तरीय भारतीय उत्पादों व उद्योगों को बंद करने में कोई कसर नही छोड़ रही। भाजपा ने 32 ऐसे पीएसयू को बंद करने का काम किया गया जिससे लाखो लोग बेरोजगार हुए।

यहाँ सेब की पैदावार नही होती

भाजपा नेताओ व सरकार द्वारा कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्त लेने के लिए मजबूर किया गया। जबकि उद्योग लगाने की बजाय स्थानीय व कमजोर भाजपाई नेतृत्व द्वारा कभी चिड़िया घर बनाने की मांग कर लोगों को गुमराह किया तो पंचकूला से पिंजोर में सेब मंडी शिफ्ट कर जमीन को खुर्द फुर्द करने का काम किया। जबकि सभी जानते हैं यहाँ सेब की पैदावार नही होती है व स्थानीय किसानों व लोगो को इसका कोई लाभ नही मिलने वाला है।

इस दौरान दीपांशु बंसल एडवोकेट,रामबीर पांचाल,मदन लाल, हरमेश, हरभजन, मोहन लाल, गुरुप्यारा, बिट्टू,गौरव बंसल, जग्गा,बॉबी,सजल,रमेश भट्टी,संत पूर्व सरपंच, अच्छरु राम,पवन कुमार, संतोष शर्मा, संजीव कुमार पूर्व पार्षद,राजेश बेनीवाल,अश्वनी दुहन, जॉनी, सतपाल, गुरचरण, लखविंद्र,मनीष शर्मा पतन, निंदू,निशांत,अमन समेत सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।