पंचकुला, अंबाला और यमुनानगर में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर, कुल 12 जिलों में बाढ़
राजकुमार सिंह
चंडीगढ़,19 जुलाई। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हरियाणा सरकार ने राज्य के इतिहास में पहली बार बाढ़ घोषित की है। बुधवार शाम जारी एक पत्र के अनुसार राज्य के 12 जिलों में कुल 1354 स्थानों पर बाढ़ आई है। सभी स्थानों पर बाढ़ नियंत्रण, राहत एवं बचाव, पुनर्वास और नुकसान की भरपाई संबंधी कार्य किए जा रहे हैं।
सबसे ज्यादा बाढ़ अंबाला में
डिप्टी सीएम ने बताया कि राज्य के 12 जिले अंबाला, पंचकुला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत,सिरसा, फतेहाबाद, कैथल, पलवल और फरीदाबाद में बाढ़ आई है। इन जिलों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सूची जारी कर दी गई है। जिसके अनुसार सबसे ज्यादा 315 जगहों पर अंबाला में, 298 जगहों पर कुरुक्षेत्र में और 221 जगहों पर यमुनानगर में बाढ़ आई है। कैथल जिले में 128 जगहों पर, फतेहाबाद में 94 जगहों पर और पंचकूला में 84 जगहों पर ,करनाल जिले में 66, फरीदाबाद में 54, पलवल में 32, सोनीपत में 25, सिरसा में 23 और पानीपत में 14 स्थान बाढ़ से प्रभावित घोषित किए गए हैं।
मुआवजा 15 हजार रुपये प्रति एकड़
डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने अहम निर्णय लेते हुए प्रदेश के इतिहास में पहली बार औपचारिक रूप से बाढ़ घोषित की है। उन्होंने कहा कि तेज बारिश और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब से आए पानी की वजह से प्रदेश में व्यापक स्तर पर सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ में खराब हुई सड़कों, नहरों, ड्रेन और भवनों की मरम्मत का भी युद्ध स्तर पर किया जाएगा। खराब हुई फसलों के लिए 15 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा किसानों के खातों में जल्द भेजा जाएगा।
यह भी पढ़ें
हरियाणा के फतेहाबाद में बाढ़ के पानी को लेकर दो गुटों में फायरिंग
पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला पहुंचे पिंजौर, बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का लिया जायजा
डिप्टी सीएम ने यमुनानगर को दी कई सौगात,115 करोड़ रुपए की सड़क विकास परियोजनाओं का किया शिलान्यास