विभिन्न मैट्रो रेल व आरआरटीएस परियोजनाओं के अध्ययन को दी गई मंजूरी: मुख्यमंत्री

नवराज टाइम्स नेटवर्क

चंडीगढ़, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने कहा कि हरियाणा राज्य दिल्ली के साथ सटा हुआ है और यहां के लोगों को मेट्रो रेल और रिजनल रैपिट ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) जैसी सुविधाएं देने के लिए डबल इंजन की सरकार (हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार) लगातार प्रयासरत है और आज इसी कड़ी में केंद्रीय आवासन एवं शहरी मामले मंत्री मनोहर लाल के साथ उनकी मेट्रो के विस्तारीकरण और आरआरटीएस को स्थापित करने के लिए चर्चा व विचार-विमर्श किया गया जिसके तहत विभिन्न मैट्रो रेल व आरआरटीएस परियोजनाओं के अध्ययन के आज केन्द्रीय मंत्री द्वारा मंजूरी भी दी गई है।

मुख्यमंत्री यहां नई दिल्ली में केन्द्रीय आवासन एवं शहरी मामले मंत्री मनोहर लाल के साथ हरियाणा में मैट्रो रेल परियोजनाओं व आरआरटीएस परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए आयोजित बैठक के उपरांत पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि हरियाणा दिल्ली के साथ लगता है और यहां पर लोग अपना कारोबार इत्यादि करते है, को मैट्रो रेल और आरआरटीएस की सुविधा देने के लिए विभिन्न परियेाजनाओं पर चर्चा की गई और विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने बताया कि आज दिल्ली एयरपोर्ट से गुरूग्राम-फरीदाबाद-जेवर एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए आरआरटीएस की संभावनाओं को तलाशा जाएगा और इसका अध्ययन किया जाएगा। इसी प्रकार, दिल्ली के सराय कालेखां से करनाल तक आरआरटीएस, गुरुग्राम से बाढसा के एम्स तक मैट्रो लाइन को जोड़ने पर आज चर्चा की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय आवासन एवं शहरी मामले मंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा को अवश्य ही इन परियोजनाओं को क्रियान्वित करने में लाभ प्राप्त होगा।

इस मौके पर केंद्रीय आवासन एवं शहरी मामले मंत्री मनोहर लाल ने मैट्रो रेल लाईन और आरआरटीएस की सुविधा लोगों को देने के संबंध में कहा कि मैट्रो को गुरूग्राम के पालम विहार से एयरपोर्ट को जोडने पर अध्ययन किया जाएगा और दो अलग अलग लाईनें बिछाने पर भी संभावनाओं को तलाशा जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार, बहादुरगढ से असौदा मैट्रो लाईन का अध्ययन, बल्लभगढ से पलवल, गुरूग्राम के सैक्टर- से बाढसा एम्स तथा दिल्ली के ढांसा से बाढसा एम्स का अध्ययन, सराय कालेखां से पानीपत तक जाने वाली आरआरटीएस को करनाल तक बढाने का अध्ययन करवाया जाएगा। इसी प्रकार, उन्होंने बताया कि सराय कालेखां से धारूहेडा तक जाने वाली आरआरटीएस को बावल व राजस्थान के शाहजहांपुर तक चालू करने पर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गुरूग्राम से फरीदाबाद के बीच मैट्रो रेल लाईन की व्यवर्हारता नहीं बन रही थी इसलिए अब यहां पर आरआरटीएस को क्रियान्वित करने के लिए अध्ययन करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से गुरूग्राम, फरीदाबाद होते हुए जेवर एयरपोर्ट तक लाईन बिछाने के लिए अध्ययन होगा। उन्होंने बताया कि गुरूग्राम के सैक्टर-५६ से पंचगांव तक की प्रस्तावित मैट्रो लाईन को बिछाने का खर्च हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा और इसकी परियोजना की डीपीआर प्राप्त होने के बाद मंजूरी केन्द्रीय मंत्रालय द्वारा 14 दिन के भीतर दे दी जाएगी।

आज की बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, मुख्यमंत्री प्रधान सलाहकार शहरी विकास डी एस ढेसी, हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक चंद्रशेखर खरे, नगर एवं योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरूण कुमार गुप्ता, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली, एआसी नेहा सिंह तथा केन्द्रीय आवासन एवं शहरी मामले मंत्रालय, डीएमआरसी सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित थे।