विकसित भारत बनाने में युवाओं की होगी अहम भूमिका : मुख्यमंत्री

नवराज टाइम्स नेटवर्क

कुरुक्षेत्र, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने का जो संकल्प लिया है, उस संकल्प में हमे अपनी पूर्ण आहुति डालनी है। युवाओं को विकसित हरियाणा व विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करना है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र के मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर में आयोजित जिला स्तरीय युवा उत्सव के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर के सभागार में साइंस मेले का अवलोकन भी किया और विजेता प्रतिभागियों को प्रशंसा पत्र देकर प्रोत्साहित भी किया।

मुख्यमंत्री ने प्रतिभागियों द्वारा जिला युवा उत्सव में दी जा रही प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि भारत आज दुनिया का सबसे अधिक युवा शक्ति वाला देश है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस युवा शक्ति को देश की शक्ति बनाकर भारत को विकसित बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने युवाओं को राष्ट्र का पहला स्तंभ माना है। उनका मानना है कि विकसित, भव्य और दिव्य भारत का निर्माण करने के लिए हमें चार अमृत स्तंभों को और मजबूत करना होगा। ये अमृत स्तम्भ हैं – हमारी युवा शक्ति, हमारी नारी शक्ति, हमारे किसान तथा मध्यम व गरीब वर्ग।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संकल्प पत्र के तहत जो वायदे किए गए हैं, उन्हें पूरा करने की दिशा में कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के खरखौदा में आईएमटी की तर्ज पर अगले पांच वर्षों में दस जिलों में आईएमटी स्थापित करने का लक्ष्य है और इन आईएमटी में स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने का काम किया जाएगा। नीट और जे.ई.ई. जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में भी हरियाणा के युवाओं की संख्या उल्लेखनीय रहती है। सी.बी.एस.ई. की 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं में हमारे बच्चे टॉप-10 में ज्यादातर स्थान प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं ने खेलों में भी अपनी उपलब्धियों से देश-विदेश में सफलता के झंडे गाड़े हैं। पेरिस ओलंपिक-2024 में देश के 6 पदकों में से हरियाणा के खिलाडिय़ों के 4 पदक हैं। इसी प्रकार पैरालम्पिक में देश को मिले 29 पदकों में से 8 पदक हरियाणा के खिलाडिय़ों के हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार को 10 वर्ष हो गए हैं। इन 10 वर्षों में हमने पूरा प्रयास किया है कि युवाओं को सफलता पाने के लिए खुला आसमान दें, ताकि युवा आने वाली हर रुकावट से पार पा सकें। आज चाहे शिक्षा हो, रोजगार हो, स्टार्टअप हो, कौशल या खेल हो, प्रदेश के युवाओं को सपोर्ट करने के लिए हर क्षेत्र में एक आधुनिक डायनामिक इकोसिस्टम सरकार द्वारा तैयार किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि युवाओं को २१वीं सदी की आधुनिक शिक्षा देने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। युवाओं के लिए हाथ के हुनर से कमाल करने वाले नौजवानों की मदद के लिए जहां पी.एम. विश्वकर्मा योजना शुरू की गई है, वहीं देश का पहला स्किल विश्वविद्यालय श्री विश्वकर्मा के नाम पर खोला गया है, ताकि प्रदेश के युवाओं को स्किल से जोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का मिजाज भी युवा है और अंदाज भी युवा है। जो युवा होता है, वह पीछे नहीं चलता, वह स्वयं लीड करता है। युवाओं के लिए यह समय सपनों को विस्तार देने का है।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर यह भी कहा कि आज युवाओं के सपने साकार हो रहे हैं। बिना खर्ची-पर्ची के योग्य उम्मीदवारों को सरकारी नौकरी मिल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि युवा आगे बढ़ें, सरकार आपके साथ है। जिस भी चैलेंज को पूरा करना चाहते हैं, हमारी सरकार उसमें आपका पूरा साथ देगी। फिर चाहे शिक्षा की बात हो, स्किल डेवलपमेंट की बात हो, स्वयं रोजगार के लिए मदद की बात हो अथवा विदेश में जाने की बात हो, हर कदम पर सरकार आपको अति-आधुनिक ज्ञान व कौशल प्रदान करने व आर्थिक सहायता भी देने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले पांच वर्षों में सरकार ने दो लाख युवाओं को योग्यता के आधार पर पक्की नौकरी देने का लक्ष्य रखा है।

उन्होंने कहा कि विदेशों में रोजगार तलाश करने वाले युवाओं की संख्या बढ़ रही है। युवा कई बार विदेश भेजने का झांसा देने वाले जालसाजों के जाल में फसकर डंकी रूट से विदेश जाते हैं। युवा ऐसे जालसाजों के झांसे में न आएं। प्रदेश सरकार ने डंकी रूट की इस समस्या को जड़ से खत्म करने की दिशा में कार्य किया है।

इस दिशा में हमने युवाओं को विदेशों में शिक्षा व रोजगार दिलाने के लिए विदेश सहयोग विभाग बनाया है। हमारा लक्ष्य है कि वर्ष 2030 तक राज्य का हर युवा हुनरमंद हो और वित्तीय रूप से समृद्ध हो। जब हम इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे, तब हरियाणा संयुक्त राष्ट्र के वर्ष 2030 तक के सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त कर लेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने च्हरियाणा कौशल विकास मिशनज् के तहत एक लाख से अधिक युवाओं को कौशल प्रदान किया है, ताकि युवा अपने पैरों पर खड़े हो सकें। कौशल प्राप्त युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए उद्योगों को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है। इसी के तहत राज्य में अलग से एम.एस.एम.ई. विभाग का गठन किया गया है।