स्वतंत्रता दिवस पर शहादत को प्रदेश सरकार की श्रद्धांजलि ,509 स्कूलों के नाम शहीदों के नाम पर
By. राजकुमार सिंह
चंडीगढ़,13 अगस्त। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस 15 अगस्त से प्रदेश के 509 सरकारी स्कूलों के नाम औपचारिक रूप से देश की रक्षा में शहीद हुए हरियाणा के वीर जवानों के नाम पर हो जाएंगे।14 अगस्त की मध्यरात्रि से राज्य सरकार की तरफ से शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड में और वेबसाइट पर इन सरकारी स्कूलों का नामकरण बदलकर शहीदों के नाम पर हो जाएगा।
डिप्टी सीएम शहीद के घर गए थे
बीते वर्ष 15 अगस्त को हांसी क्षेत्र के ढंढेरी गांव के निशांत मलिक की जम्मु कश्मीर में शहादत पर डिप्टी सीएम शहीद के घर गए थे। उसी दिन शाम तक गांव के स्कूल के बोर्ड पर नया नाम लिखवा दिया था। इसके बाद कई अन्य अवसरों पर भी उपमुख्यमंत्री और सरकार की तरफ से कई गांवों में स्कूलों के नाम वहां के शहीदों के नाम पर रखे जाने की घोषणा हुई।
सबसे ज्यादा रेवाड़ी जिले के 94
अब राज्य के 358 हाई या सीनियर सेकेंड्री स्कूल और 151 मिडल या प्राइमरी स्कूलों के नाम उन गांवों के बहादुर जवानों के नाम पर होंगे। सबसे ज्यादा रेवाड़ी जिले के 94, भिवानी जिले के 85 और जींद जिले के 64 स्कूल शामिल हैं। पलवल जिले में 38, रोहतक में 36, चरखी दादरी में 28, झज्जर में 28, गुरुग्राम में 25, कैथल में 21, महेंद्रगढ़ में 16, हिसार में 13, फतेहाबाद में 10 सिरसा में 4, करनाल में 2 और नूंह जिले में 1 सरकारी स्कूल के नाम शहीदों के नाम पर रखे गए हैं। इसी तरह अंबाला, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, सोनीपत में 8-8, यमुनानगर, पंचकुला, पानीपत में 5-5 स्कूलों का नाम वहां के शहीद के नाम पर होगा।
योद्धाओं की कहानियां और बहादुरी के किस्से
डिप्टी सीएम ने कहा कि शहीदों का देश के लिए बलिदान और उनके परिवारों का राष्ट्रसेवा में योगदान अतुलनीय है। देश उनका कर्ज़ कभी नहीं चुका सकता। गांव की तरक्की और भविष्य निर्माण की धुरी वहां के सरकारी स्कूलों का नामकरण उसी गांव के वीर जवान के नाम पर करके राज्य सरकार अपनी तरफ से एक छोटी सी कोशिश कर रही है, जिससे वीर योद्धाओं की कहानियां और बहादुरी के किस्से आने वाली पीढ़ियां भी सुनती रहें।