22 हजार उत्साही युवाओं ने राष्ट्र के भविष्य के पथ पर अपना दृष्टिकोण व्यक्त करते हुए चर्चा में की सक्रिय भागीदारी
By. राजकुमार सिंह
चंडीगढ़,2 दिसंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आने वाले 25 वर्षों में विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में प्रदेश व देश की युवाशक्ति का महत्वपूर्ण योगदान होगा।
मुख्यमंत्री आज यहां ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम की विशेष चर्चा कार्यक्रम में युवा शक्ति से संवाद रहे थे। इस अवसर पर लगभग 22 हजार युवाओं ने राष्ट्र के भविष्य के पथ पर अपना दृष्टिकोण व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री के साथ चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं सूचना, जनसंपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग के महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल भी मौजूद रहे।
चार अमृत स्तम्भों को करना होगा सुदृढ़
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं में आर्थिक विकास को गति देने की अपार शक्ति है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले 25 वर्षों के अमृत काल में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने के लिए हमें चार अमृत स्तंभों को और मजबूत करना होगा, जो हमारी युवा शक्ति, हमारी नारी शक्ति, हमारे किसान तथा मध्यम व गरीब वर्ग हैं। हर वर्ग अपना दायित्व निभाएगा तो निश्चित रूप से 2047 तक हम विकसित राष्ट्र की श्रेणी में अग्रिम पंक्ति में शामिल होंगे।
युवाओं को सफलता के ये दिए मूल मंत्र
मुख्यमंत्री ने युवाओं को सफलता के मूल मंत्र देते हुए कहा कि जीवन में वे अपने लक्ष्य को ध्यान में रखें,सकारात्मक सोचें, अनुशासित और धैर्यवान रहें, स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, समय का सदुपयोग करें और समाज, राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित रहें। मुख्यमंत्री ने युवाओं से अगले 25 वर्षों में प्रदेश व देश को सतत विकास की ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए उनका साथ चाहा और उन्हें इन मंत्रों का पालन करने के लिए प्रेरित भी किया।
कृषि आधारित उत्पादों के लिए स्टार्टअप करें शुरू
उन्होंने कहा कि विदेशों में शिक्षा व रोजगार दिलाने के लिए विदेश सहयोग विभाग का गठन किया गया है। विदेश में रोजगार के अवसर तलाशने वाले युवाओं के कॉलेज में ही निःशुल्क पासपोर्ट बनाए जा रहे हैं। अब तक 27 हजार से अधिक युवाओं के पासपोर्ट बनाये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए नई स्टार्टअप नीति बनाई गई है। इस नीति के तहत युवाओं को आर्थिक व तकनीकी सहायता देकर उन्हें अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से अनुरोध करते हुए कहा कि वे कृषि आधारित उत्पादों के लिए भी स्टार्टअप शुरू करते हुए आगे बढंे।