चंडीगढ़ तमिल संगम – तमिल मनरम संस्था ने किया कुंभ अभिषेक पूजा और हवन का भव्य आयोजन

हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने हवन में आहुतियां की अप्रित

नवराज टाइम्स
चंडीगढ़,24 मई। सेक्टर 31 डी में स्थित भगवान श्री कार्तिकेय स्वामी मंदिर में आज चंडीगढ़ तमिल संगम – तमिल मनरम संस्था द्वारा कुंभ अभिषेक पुजा और हवन का भव्य आयोजन किया गया,जिसमें हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शिरकत की हैं। भगवान श्री कार्तिकेय स्वामी मन्दिर में चण्डीगढ़ तमिल संगम-तमिल मनरम (रजि) संस्था के पदाधिकारियों, महिलाओं तथा बाल कलाकारों ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का शाल ओढ़ाकर तथा फूलों की माला पहनाकर बैंड बाजे के साथ भव्य स्वागत-अभिनन्दन किया। राज्यपाल हरियाणा ने मंदिर में प्रवेश कर भगवान श्री कार्तिकेय स्वामी सहित सभी देवी देवताओं की पूजा अर्चना की और भगवान श्री कार्तिकेय स्वामी को चांदी से निर्मित माला अर्पित की।

हवन कुंडों में आहुति देने का सौभाग्य मिला
इस अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आयोजकों को इस धार्मिक कार्यक्रम के लिए बधाई भी दी है। उन्होंने कहा कि  संसार में जन्में सभी प्राणियों में मनुष्य जीवन सब से श्रेष्ठ है, जिसे भगवान ने अन्य प्राणियों की अपेक्षा मन, बुद्धि व आत्मा अलग से प्रदान की है जिसका हमें सदुपयोग कर के अपने जीवन को पावन-पवित्र, स्वच्छ व शुद्ध बनाना चाहिए। उन्होने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि मुझे आज पवित्र कुंभ अभिषेक पूजा और हवन में शामिल होकर भगवान कार्तिकेय स्वामी जी की पूजा अर्चना करने और हवन कुंडों में आहुति देने का परम सौभाग्य मिला है।

मुरूगन स्वामी के रूप में भी पूजा
राज्यपाल ने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजनों से न केवल हमें आत्मिक एवं मानसिक शांति मिलती है,बल्कि हमारे चारों ओर का संसारिक वातावरण भी पावन-पवित्र एवं शुद्ध होता है तथा हमारी जीवनशैली और आचरण में निखार आता है। भारतीय पौराणिक काल से ही हम भगवान कार्तिकेय स्वामी की पूजा अर्चना दक्षिण भारत के साथ-साथ उत्तर भारत में भी करते आ रहे हैं। भगवान कार्तिकेय स्वामी को दक्षिणी भारत में कार्तिक मुरूगन स्वामी के रूप में भी पूजा जाता है।


घर,स्कूल व मन्दिर हैं पावन-पवित्र स्थल
राज्यपाल ने कहा कि हमें अपने सभी धर्मों, धार्मिक ग्रंथों, भाषाओं, सभ्यता, संस्कृति, रीति-रिवाजों, त्योहारों का आदर सम्मान करना चाहिए तथा आपसी सद्भाव व भाईचारे की भावना को एकजुटता के साथ बढ़ावा देना चाहिए। उन्होने कहा कि हमारा घर,स्कूल व मन्दिर तीन ऐसे पावन-पवित्र स्थल हैं,जो हमें शिक्षा, ज्ञान, अच्छे संस्कार, अच्छा आचरण प्रदान करके एक अच्छा नागरिक बनाते हैं।

स्मारिका का विमोचन

उन्होने इस अवसर पर तमिल मनरम संस्था द्वारा तमिल भाषा में भगवान श्री कार्तिकेय स्वामी जी के कुंभ अभिषेक पूजा और हवन कार्यक्रम के संबंध में प्रकाशित की गई एक स्मारिका का भी विमोचन करते हुए कहा कि निःसंदेह इससे समाज के लोगों और भक्तजनों को महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हो सकेगी।  इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन  के. सेलवराज, आई.पी.एस., रिटायर्ड डीजीपी, प्रेसिडेंट जी. माधवन आई.ए.एस. रिटायर्ड मुख्य सचिव, महासचिव  एस पी राजाशेखरण, कोषाध्यक्ष  शिवा सुब्रमण्यम और संयुक्त कोषाध्यक्ष  गुणा शेखरण उपस्थित रहे।