कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर हरिद्वार पुलिस भी रही सतर्क, सुरक्षा के किए थे विशेष प्रबंध
By. कुलदीप सिंह
हरिद्वार,27 नवंबर। आज कार्तिक पूर्णिमा और देव दिवाली के उपलक्ष में हरिद्वार में गंगा स्नान करने वाले लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। लोग पुण्य की लालसा और मोक्ष की कामना करते हुए देश के कोने-कोने से हरिद्वार पहुंचे और गंगा स्नान किया। ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है और देवता भी मानव के रूप में आकर स्नान करते हैं कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के बाद दीपदान का भी विधान है। आज के दिन भगवान विष्णु का जन्मदिन मनाया जाता है।
देवता भी मानव रूप में स्नान करते हैं
ऐसी मान्यता है कि आज का दीपदान अश्वमेध यज्ञ के समान माना जाता है। दीपदान से व्यक्ति के पापों का अंत होता है तथा देवता प्रसन्न होकर व्यक्ति को व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा का धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व माना जाता है और इसे देव दीपावली के रूप में भी मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन धरती के पर जितनी भी पवित्र नदिया है उनमें देवता भी मानव के रूप में आकर स्नान करते हैं। इस दिन स्नान और दीपदान का बहुत महत्व है।
दीपदान करने का विधान है
आज के दिन जो व्यक्ति कुम्भ आदि क्षेत्रों में पवित्र नदियों में हरिद्वार प्रयागराज आदि स्थानों पर स्नान करके दीपदान करता है उसका रूप यश सौंदर्य उसकी समृद्धि बिल्कुल देवताओं के समान हो जाती है। यह माना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने और तुलसी पत्र ,चांदी पात्र दान करने मात्र से ही असीम पुण्य का लाभ मिल जाता है। आज के दिन भगवान शिव के पुत्र भगवान कार्तिकेय ने राक्षसों को हराने के बाद इसी प्रसन्नता में देवता उनकी विजय घोष के लिए देव दीपावली जैसे मनाते हैं उसी प्रकार से कार्तिक पूर्णिमा में स्नान करके दीपदान करने का विधान है। दीपदान करने से व्यक्ति के पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे अश्वमेध यज्ञ के समान माना जाता है। इसके अलावा जीवन में चंद्रमा आधारित किसी भी प्रकार का कष्ट से भी मुक्ति प्राप्त हो जाती है और उनकी मनोवांछित कामनाओं को भी पूर्ण करते हैं।
मोक्ष की प्राप्ति होती है
श्रद्धालु विभा, डोली, प्रदीप शुक्ला तथा विजय मणि पांडेयसहित अन्य श्रद्धालुओं ने बताया कि श्रद्धा और आस्था के पर्व कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर आज हरिद्वार में हर की पौङी पर गंगा स्नान करने वालों का सैलाब उमड़ा हुआ है। आधी रात से ही हर की पौङी पर श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुँचना शुरू हो गये थे। स्नान करने आये श्रद्धालु मानते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने से पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है। वे कहते है कि कार्तिक माह तो भगवान विष्णु का माह होता है और ऐसे में गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है।
सीओ सिटी जूही मनराल का कहना है कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए हरिद्वार की पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये है। मेला क्षेत्र को 9 जोन और 33 सेक्टर में बाटकर पुलिस बल तैनात किया गया है। ट्रैफिक को लेकर भी विशेष प्रबंध किए गए है।
यह भी देखें