पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने में सरकार के प्रयास हुए सार्थक:दत्तात्रेय

राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के मीडिया सेंटर का किया उदघाटन

By. अंकित  शर्मा

कुरुक्षेत्र 7 दिसंबर। राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने में केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास सार्थक हुए है। अब महोत्सव का आयोजन विदेशों में किया जा चुका है और आने वाले समय में भी अलग-अलग देशों में महोत्सव के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

जानेमाने कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे

राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय वीरवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 के अवसर पर केडीबी के सभागार में बनाए गए मीडिया सेंटर का उदघाटन करने के उपरांत बातचीत कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि कुरूक्षेत्र एक आध्यात्मिक, धार्मिक और शिक्षा का केन्द्र है। कुरूक्षेत्र विश्वभर में ऋषियों-मुनियों तथा देवताओं की तपोस्थली, कर्मभूमि और यज्ञभूमि के रूप में विख्यात है। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज का बेहद ही महत्वपूर्ण अंग होते है। उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव में गीता पाठ, गीता शलोकोच्चारण व संत सम्मेलन जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इनके अलावा गीता के विषय में जाने-माने कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे।

देश विदेश से शिल्पकार रहे हैं

राज्यपाल ने कहा कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के गठन के पश्चात् 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के तीर्थों का विकास कार्य प्रारम्भ हुआ। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार इस क्षेत्र में सैंकड़ों तीर्थ फैले हुए हैं जिनमें से बोर्ड द्वारा अभी तक लगभग 164 तीर्थों का दस्तावेजीकरण किया जा चुका है। तीर्थ सर्वेक्षण का यह कार्य वर्तमान में भी निरन्तर चल रहा है। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव आगामी 24 दिसंबर तक चलेगा। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र एक धर्मनगरी, कर्मनगरी, पुण्यभूमि और मोक्ष की भूमि है। इस अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश व विदेश से कई शिल्पकार आ रहे हैं।

इस अवसर पर थानेसर के विधायक सुभाष सुधा, अंबाला मंडल आयुक्त रेणू फुलिया, उपायुक्त शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया, एडीसी एवं केडीबी सीईओ अखिल पिलानी, केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीथ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी सदस्य अशोक रोसा, डा. ऋषिपाल मथाना, कैप्टन अमरजीत सिंह,युद्घिष्ठïर बहल आदि उपस्थित थे।