छह महीने शीतकाल में बाबा केदार की पूजा अर्चना ऊखीमठ में ही की जाएगी
नवराज टाइम्स नेटवर्क
रुद्रप्रयाग, 2 नवम्बर। हर साल की तरह इस साल भी परम्परानुसार भगवान केदारनाथ के कपाट भैया दूज पर बंद होंगे। केदारनाथ से बाबा केदार की डोली यात्रा विभिन्न पैदल पड़ावों से होते हुए शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी जहां पूजा अर्चना के बाद डोली मंदिर में विराजमान होगी।
समाधि पूजा के बाद सुबह 6 बजे कपाट बंद होंगे
इसके बाद शीतकाल में बाबा केदार की पूजा ऊखीमठ में की जाएगी। कपाट बंद होने के लिए बदरी-केदार मंदिर समिति की सभी तैयारियां पूरी हो गई है। हर साल की तरह इस साल भी परम्परानुसार भगवान केदारनाथ में कपाट भैया दूज पर बंद होंगे। बदरी-केदार मंदिर समिति के सीईओ विजय थपलियाल ने बताया कि समाधि पूजा के बाद सुबह 6 बजे गर्भ गृह के कपाट बंद होंगे,जबकि सभा मंडप का द्वार 8:30 बजे बंद होगा। इसके बाद डोली ऊखीमठ के लिए प्रस्थान करेगी।
बाबा केदार की पूजा अर्चना ऊखीमठ में
पहले दिन 3 नवम्बर को डोली देर सांय रामपुर पहुंचेगी, जबकि 4 नवम्बर को गुप्तकाशी और 5 नवम्बर को ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचेगी जहां पूजा अर्चना के बाद भगवान मंदिर में विराजमान होंगे। जहां छह महीने शीतकाल में बाबा केदार की पूजा अर्चना ऊखीमठ में ही की जाएगी। कपाट बंद को लेकर बीकेटीसी की सभी तैयारियां पूरी हो गई है।