रथ यात्रा में हजारों लोगों ने अक्षत कलश के किए दर्शन

नवराज टाइम्स नेटवर्क   

पिंजौर,1 जनवरी। 500 वर्षो के संघर्षो के बाद मिली है श्रीराम जन्मभूमि। ये शब्द स्वामी विश्वामित्र नंद महाराज ने श्रीराम जन्मभूमि पूजित अक्षत कलश रथ यात्रा दून क्षेत्र के कंडियाला ग्राम में यात्रा का शुभारंभ करते हुए कहे। उन्होंने उपस्थित रामभक्तों को आहवान किया कि आगामी 22 जनवरी को सबसे भव्य दिवाली मनाएं। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर अपने मंदिरों व घरों को सजाएं, दीपमाला करें, भजन कीर्तन करें,भगवान राम को भोग लगाएं व पटाखे इत्यादि फोड़ कर इस दिन को ऐतिहासिक बना दें।

हजारों लोगों ने अक्षत कलश के दर्शन किए

अयोध्या पूजित अक्षत कलश यात्रा कंडियाला से आंरभ होकर, नंगल रुटल, माजरा महताब, पपलोहा, चरनियां, खेड़ावाली, लेही, पीपल घाटी, डोला, नग्गल, बाड, गोदाम, गरिडां, कीरतपुर, बसौलां, के बाद सुखोमाजरी में सम्पन्न हुई। उपरोक्त गांवों के 14 मंदिरों में अयोध्या पूजित कलश स्थापित किये गए। क्षेत्र के ग्रामीणों ने बढ़ चढ़ कर अक्षत कलश यात्रा का स्वागत किया गया। यात्रा में बालकों को रामायण के पात्र बना कर शामिल किया गया। क्षेत्र के हजारों लोगों ने अक्षत कलश के दर्शन किए।

कार्यक्रमों का निमंत्रण दिया जायेगा

श्रीराम जन्मभूमि प्राण-प्रतिष्ठा संपर्क अभियान के मिडिया संपर्क प्रमुख ब्रह्म प्रकाश ने बताया कि दून खंड के नानकपुर मंडल व मढावाला मंडल में अयोध्या पूजित अक्षत कलश यात्रा आगामी 7 जनवरी को होगी। जहां अक्षत कलश स्थापित हो चुके हैं वहां अब 1 जनवरी से 15 जनवरी के मध्य घर घर जाकर आगामी 22 जनवरी के निमित्त होने वाले कार्यक्रमों का निमंत्रण दिया जायेगा।