भारतीय संस्कृति में योगिनी एकादशी का है का महत्व
नवराज टाइम्स
मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली योगिनी एकादशी Yogini Ekadashi का भारतीय संस्कृति में बड़ा महत्व है। विशेष पूजा अर्चना व व्रत रखने का विशेष फल भी मिलता है।
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महीने में दो बार एकादशी आती है
एकादशी पर विष्णु भगवान की सच्चे मन के साथ पूजा करने से पापों से मुक्ति और कष्टों का निवारण होता है। धर्म शास्त्र के ज्ञाताओं के अनुसार भारतीय संस्कृति में एकादशी का खास महत्व है वैसे तो महीने में दो बार एकादशी आती है। लेकिन आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं।
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एकादशी का पारण 15 जून को
इस बार 14 जून को योगिनी एकादशी है। इस एकादशी Ekadashi का व्रत 14 जून को रखा जाएगा वैसे एकादशी 13 जून को सुबह 9:28 बजे शुरू हो जाएगी और बुधवार को सुबह 8:48 बजे तक रहेगी। इसी तरह एकादशी Ekadashi का पारण 15 जून को तड़के 5:32 बजे से सुबह 8:10 बजे तक रहेगा।
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भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता की करें पूजा
शास्त्रों के ज्ञाता ओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता की विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना करनी चाहिए। श्रद्धाभाव के साथ पूजा करते हुए भगवान और माता रानी को फल फूल अर्पित करते हुए पूरे परिवार के साथ आरती करें। विष्णु भगवान की कृपा से आपके परिवार और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और लक्ष्मी माता की कृपा से धन से भंडार भरेंगे।