महिला कबड्डी को वैश्विक स्तर पर मिलेगी पहचान
By. राजकुमार सिंह
चंडीगढ़, 17 दिसंबर। भारत के स्वदेशी खेल कबड्डी को बढ़ावा देने और महिला कबड्डी के विकास व प्रचार के लिए हरियाणा सरकार ने आज होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (हिपसा) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
ओलंपिक में कबड्डी को शामिल करने की इच्छा
इस अवसर पर प्रधान सचिव वी उमाशंकर ने कहा कि एमओयू का उद्देश्य भारत के बाहर महिला कबड्डी को बढ़ावा देना है, जिसमें प्रवासी भारतीय महिलाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ ओलंपिक में कबड्डी के खेल को शामिल करने की इच्छा है।
प्रशिक्षण का भी आदान–प्रदान किया जाएगा
एमओयू में राज्य सरकार और हिपसा के बीच एथलीटों और एथलेटिक टीमों के प्रशिक्षण, प्रतिस्पर्धा, वैश्विक युवाओं को प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता सहित विभिन्न सहयोग के क्षेत्र शामिल हैं। इसके अलावा, दोनों पक्षों की ओर से अनुभवों, कौशल, तकनीकों, सूचना और ज्ञान का आदान-प्रदान भी किया जाएगा। एमओयू के अनुसार कबड्डी के खेल में कौशल के विकास के लिए कोच, विनिमय कार्यक्रम, खेल प्रशासकों, तकनीशियनों और खेल सहायता कर्मियों के दौरे तथा प्रशिक्षण का भी आदान-प्रदान किया जाएगा।
बुनियादी ढांचे के विकास पर भी जोर
समझौता ज्ञापन में महिला कबड्डी के क्षेत्र में खेल की शिक्षा, पाठ्यक्रम विकास, खेल प्रबंधन और खेल बुनियादी ढांचे के विकास पर भी जोर दिया जाएगा। एमओयू में विश्व स्तर पर एक खेल के रूप में कबड्डी को बढ़ावा देने के क्षेत्रों में विशेषज्ञों, सरकारी अधिकारियों, प्रशिक्षकों और एथलीटों का प्रशिक्षण, संयुक्त विकास और सामग्री का प्रकाशन भी शामिल है। एमओयू का उद्देश्य एंटीडोपिंग के क्षेत्र में सहयोग, विश्वविद्यालयों या शारीरिक शिक्षण संस्थानों के बीच फिटनेस विकास कार्यक्रमों के क्षेत्र में सहयोग करना है।
आज यहां आयोजित एमओयू हस्ताक्षर समारोह में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, आवासीय आयुक्त हरियाणा भवन, नई दिल्ली डी. सुरेश और खेल विभाग के प्रधान सचिव नवदीप सिंह विर्क भी मौजूद रहे।