चंडीगढ़ में चारों तरफ भारी जलभराव ने खोली सरकारी तंत्र की पोल,राजनेताओं और अफसरों की बेरुखी ने डुबोया सिटी ब्यूटीफुल

अगर सरकारी तंत्र और राजनेताओं ने ऐसे हालातों पर रोक लगाने के लिए दिल से काम किया होता तो आज हालात कुछ अलग होते

राजकुमार सिंह की विशेष रिपोर्ट
चंडीगढ़,10 जुलाई। यह सही बात है कि दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश ने पिछले करीब 40 वर्षो के सभी रिकार्ड तोड दिए। यह भी सही है कि बारिश आफत बनकर बरस रही है। लेकिन सही बात यह भी है कि मानसून के पहले झटके ने सिटी ब्यूटीफुल कहें जानी वाली सिटी चंडीगढ़ की तस्वीर बदल कर रख दी,बल्कि सरकारी तंत्र की भी पोल खोलने जैसा काम किया है। अगर तंत्र ने भविष्य में इस तरह की स्थिति पर रोक लगाने के लिए कार्य किया होता तो आज हालात कुछ अलग होते।

आखिर ऐसे हालात बनने के जिम्मेदार कौन
बारिश ने चंडीगढ़ की एक ऐसी डरावनी तस्वीर दुनिया के सामने पेश की है जिसके बारे में शायद कभी चंडीगढ़ के लोगों ने सोचा भी नहीं होगा। देशभर में अपनी अलग पहचान और रूतबा बनाने वाला चंडीगढ़ आज शायद अपनी बदहाली पर भी आंसू बहा रहा है। क्योंकि चंडीगढ़ को रचाने और बसाने वाले स्विट्जरलैंड में जन्मे फ्रांसीसी नागरिक ली कार्बूजिए ने चंडीगढ़ को प्लान करते समय भी शायद यह नहीं सोचा होगा कि सरकारी बेरूखी और नेताओं की सियासत के चलते उनके सपनों के शहर सिटी ब्यूटीफूल चंडीगढ़ के हालात दुर्गती जैसे होंगे। क्योंकि चंडीगढ़ अंगे्रजों के जमाने में विकसित हुआ शहर नहीं है। चंडीगढ़ को सदीयों पुराना अनप्लांड शहर भी नहीं कहा जा सकता है,जहां पर सडक़े तो क्या वाहन भी डूब जाए,लोगों का अपने घरों से बाहर निकलना दुस्वार हो जाए,सिना तान कर चलने वाले लोग चंडीगढियें अपने घरों में कैद होकर कर रह जाए। आखिर ऐसे हालातों का जिम्मेदार कौन है।

बारिश ने चंडीगढ़ की चकाचौंध पर दाग छोड दिया
पिछले करीब 50 साल पहले जब चंडीगढ़ विकसित होने लगा था तो देशभर से लोग इस शहर में पहुंचने लगे। अपना आशियाना बनाने लगे और अपना कारोबार जमाने लगे। चंडीगढ़ का विकास भी तेजी से होता गया और आज चंडीगढ़ सिटी ब्यूटीफुल के नाम पर एक आधुनिक चकाचौंध से भरपूर शहर बन चुका है। लेकिन इस बारिश ने मानों आज चंडीगढ़ की चकाचौंध को बुरी तरह से धो दिया है। आज शहर के अधिकतर मार्ग बंद पड़े हैं,लगभग पूरे शहर में भारी जलभराव है,मकान,वाहन सब पानी में डूब रहे हैं,दो दिन से पुलिस के पहरे में चल रहा मनीमाजरा बापूधाम मार्ग का पुल पानी की भेंट चढ़ चुका है, प्रशासन लोगों को सलाह व अलर्ट जारी कर रहा,ट्रैफिक के साथ साथ जनजीवन थम सा गया है। यही तस्वीर है सिटी ब्यूटीफुल की।

जरा मंथन किजियें और खबर को आगे बढ़ाएं
इस डरावनी तस्वीर का दोष बेशक चाहे बारिश को दे रहे हैं। लेकिन इसमें अगर दोष है तो वह शहर के उन राजनेताओं का जिनके सहारे चंडीगढ़ की किस्मत लिखी जाती रही है। अगर दोष है तो उन सियासी दलों का जोकि चंडीगढ़ की शान को दरकिनार कर केवल अपनी राजनीतिक रोटियां ही सेकते रहे। अगर दोष है तो उन अधिकारियों का जो अपनी जिम्मेदारी से भागते हुए इस शहर के साथ अन्याय करते रहे। इन सबके सहयोग से ही मिलकर आज सिटी ब्यूटीफुल ने किसी पिछड़े इलाके के कस्बे का रूप धारण कर लिया।

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